भोपाल। मध्य प्रदेश की सियासत में इन दिनों धार्मिक कार्यों पर जमकर राजनीति हो रही है. कांग्रेस ने पहले राममंदिर का समर्थन कर हनुमान चालीसा का पाठ किया. अब कमलनाथ श्री कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव मनाने जा रहे हैं. जिस पर कांग्रेस और बीजेपी नेताओं के बीच बयानबाजी शुरु हो गई है.
बीजेपी का आरोप
बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कांग्रेस के इस आयोजन पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस को यह बताने की जरूरत क्यों पड़ती है कि वह कोई धार्मिक आयोजन कर रही है. कभी भगवान राम मंदिर के निर्माण पर हनुमान चालीसा करते हैं. तो अब श्री कृष्ण भगवान का दरबार सजाने जा रहे हैं. यह तो राम-कृष्ण, नानक-बुद्ध की धरती है. अगर आपको अपने धार्मिक कार्य बताने की जरुरत पड़ रही है तो इसका मतलब है कि आपका अतीत काला है, आपका अतीत द्रोही है, आपका अतीत हिंदुओं के विरोध से भरा हुआ है, आपने तुष्टिकरण की नीति से काम किया है. आज आप जो कर रहे हैं, इसमें नीयत में खोट है. क्योंकि उपचुनाव सामने हैं, यह केवल और केवल कॉस्मेटिक है और आप का असली चेहरा जनता जानती है.
कांग्रेस का पलटवार
वहीं इस मामले में कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने बीजेपी पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि हम पहले भी कह चुके हैं कि हम धर्म प्रेमी हैं. हम सभी धर्मों पर विश्वास करते हैं, लेकिन धर्म का उपयोग राजनीति में नहीं करते हैं. हनुमान चालीसा का पाठ किया हमने राम मंदिर निर्माण पर दीपोत्सव मनाया. अब हम जन्माष्टमी पर भगवान श्री कृष्ण की भी पूजा करेंगे. अगर कांग्रेस धर्म प्रेमी हैं, तो बीजेपी के पेट में दर्द क्यों होता है. कमलनाथजी धर्म को मानते है उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए कई धार्मिक कामों की शुरुआत की थी. वे जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाएंगे.