ग्वालियर। ग्वालियर में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. दरअसल जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा बिना निरीक्षण किए 276 कॉलेजों को मान्यता देने के मामले में अब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता सामने आ गए हैं, जिसे लेकर आज इस मामले में जीवाजी विश्वविद्यालय में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय में तालाबंदी कर जमकर हंगामा किया.(Jiwaji University Gwalior)
छात्रों ने की विश्वविद्यालय की तालाबंदी: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को विश्वविद्यालय की तालाबंदी कर दी, इस दौरान उन्होंने सभी गेटों पर ताला डाल दिया. इतना ही नहीं विश्वविद्यालय परिसर के बाहर कुलपति, कुलसचिव सहित दर्जनभर कर्मचारी घण्टे भर तक बाहर खड़े रहे. वहीं बाद में छात्रों ने कुलपति को घेरकर भ्रष्टाचार के खिलाफ नारेबाजी की.
ये है छात्रों की मांग: विश्वविद्यालय में हंगामा कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता जीवाजी विश्वविद्यालय से संबद्ध 276 कॉलेजों को बिना निरीक्षण किए मान्यता दिए जाने से नाराज हैं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का आरोप है कि कुलपति और रजिस्ट्रार ने लेनदेन कर कागजों में चल रहे कॉलेजों को भी मान्यता दे दी है. छात्रों ने ऐसे महाविद्यालयों के खिलाफ एक्शन लिए जाने की मांग उठाई है. बता दें कि 2 दिन पहले जीवाजी विश्वविद्यालय के भ्रष्टाचार का खुलासा किया था, जिसके बाद छात्रों ने विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार को देखते हुए धारा 52 लगाए जाने की मांग की और उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
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इस मामले पर हो रहा हंगामा: जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा ग्वालियर चंबल संभाग के कॉलेजों को सत्र 2022-23 की संबद्धता के लिए उनका निरीक्षण कराने का फैसला लिया गया था, कॉलेजों में ऑनलाइन प्रवेश शुरू हो चुके हैं और जिन कॉलेजों को पोर्टल पर प्रदर्शित होना था उन कॉलेजों का पहले जीवाजी विश्वविद्यालय को निरीक्षण करना था, उसके बाद पोर्टल पर प्रदर्शित होने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र देना था. लेकिन जीवाजी विश्वविद्यालय ने बिना निरीक्षण के अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया, इसको लेकर कार्यपरिषद सदस्यों ने आपत्ति भी दर्ज कराई थी. वहीं अब इस मुद्दे पर छात्र संगठन हंगामा कर रहे हैं.