भोपाल। जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी की जयंती पर जैन समाज के लोग घरों से ही पूजा कर रहे हैं. क्योंकि कोरोना वायरस के चलते प्रदेश में जैन धर्म के सभी बड़े मंदिर बंद हैं, जिसके चलते लोग इस बार घरों में ही भगवान महावीर स्वामी की जयंती मना रहे हैं.
प्रदेश में जैन धर्म के बड़े-बड़े मंदिर हैं, जहां हर बार महावीर स्वामी की जयंती पर धार्मिक आयोजन होते थे. लेकिन इस बार कोरोना के चलते सभी मंदिर बंद हैं, जिनमें दतिया जिले में आने वाला सोनगिरी मंदिर, देवास जिले में नेनगिरी और दमोह जिले के तहत आने वाले कुण्डलपुर मंदिर प्रमुख हैं. यहां सालभर भी जैन धर्म के लोगों की भीड़ जुटती थी. लेकिन इस बार इन मंदिरों में सन्नाटा पसरा है.
प्रदेश में नहीं होगा इस बार कोई बड़ा आयोजन
यूं तो भगवान महावीर स्वामी की जयंती प्रदेश में बड़े-बड़े आयोजन होते थे. लेकिन लॉकडाउन के चलते इस बार कोई बड़ा आयोजन प्रदेश में आयोजित नहीं किया गया है. जैन मंदिरों में केवल सुबह भगवान की ही पूजा की जाएगी. जहां लोगों के जाने पर रोक लगा दी है.
भगवान महावीर स्वामी का जन्म 599 ईसवी में बिहार में हुआ था. छत्रिए परिवार में जन्मे महावीर स्वामी के बचपन का नाम वर्धमान था. जो आगे जाकर जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर बने. भगवान महावीर ने पांच सिद्धांत बनाए थे. जिनका पालन जैन धर्म के लोग करते हैं. इनहमें अंहिसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्राचर्य और अपरिग्रह. इन सिद्धांतों का पालन ही जैन धर्म के लोग करते हैं.