भोपाल। कमलनाथ सरकार से नियमितिकरण की मांग के लिए प्रदेश के अतिथि विद्वान शिक्षक पिछले 25 दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. अतिथि विद्वानों ने आंदोलन के 25वें दिन कमलनाथ सरकार के खिलाफ स्वरचित गानों का गायन किया. उनका कहना है कि, जबतक प्रदेश सरकार उन्हें नियमित नहीं करती, तब तक वे प्रदर्शन करते रहेंगे.
अतिथि विद्वानों ने सद्बुद्धि यज्ञ कर कमलनाथ सरकार से अपना वचन पूरा करने की बात कही है. अतिथि विद्वानों का कहना है कि, हम हर मुमकिन कोशिश कर चुके सरकार से वचन पत्र के वादे मनवाने की, लेकिन सरकार अतिथि विद्वानों को गंभीरता से नहीं ले रही है. सरकार संसद में तो वादे करती है कि अतिथि विद्वानों को नहीं निकाला जाएगा. लेकिन यहां बैठे हर एक साथी को हर दिन नोटिस दिया जाता है. आधा दर्जन अतिथि विद्वान अपनी नौकरी खो चुके हैं.
अतिथि विद्ववानों का कहना है कि ,अब खोने को कुछ बचा नहीं है. इसलिए हम भी संकल्प लेकर यहां आखरी सांस तक बैठे रहेंगे. प्रदेश के शासकीय महाविद्यालय में कार्यरत अतिथि विद्वानों पिछले एक साल से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस सरकार ने विधानसभा चुनाव के समय अतिथि विद्वानों को नियमित करने की बात कही थी, लेकिन सरकार बने एक साल हो गया और अतिथि विद्वान अब तक नियमित नहीं हुए हैं.