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Cyber Fraud Bhopal : गेहूं खरीदी के नाम पर 45 लाख ठगे, आप भी हो सकते हैं इनके शिकार

क्राइम ब्रांच ने गेहूं खरीदी के नाम पर 45 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का खुलासा किया है. ये लोग ऑनलाइन साइट से डेटा लेकर अपना शिकार चुनते थे. इन लोगों ने एक (fraud of 45 lakhs wheat purchasing bhopal )फर्जी ट्रांसपोर्ट कंपनी बना रखी थी. सौदा होने के बाद एडवांस रकम के नाम पर पैसा ठग लेते थे.

fraud of 45 lakhs wheat purchasing bhopal
गेहूं खरीदी के नाम पर 45 लाख की ठगी
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Published : Dec 14, 2021, 5:31 PM IST

Updated : Dec 14, 2021, 7:54 PM IST

भोपाल। साइबर क्राइम टीम ने राजधानी में पांच हाईटेक ठगों को गिरफ्तार किया है. यह गिरोह गेहूं खरीदने के नाम पर अब तक 45 लाख 70 हजार रुपए की धोखाधड़ी कर चुका है. आरोपियों में से एक उत्तर प्रदेश की जिला पंचायत चुनाव में उम्मीदवार रह चुका है .(fraud of 45 lakhs wheat purchasing bhopal ) बाकी आरोपी भी काफी पढ़े लिखे हैं और अच्छे घरों से ताल्लुक रखते हैं. इनका रहन सहन भी हाई फाई है.

गेहूं बेचने के नाम पर ठगे 45 लाख रुपए

साइबर क्राइम टीम के मुताबिक एसएम एक्सपोर्ट कंपनी के संचालकों ने फरियादी को 1250 टन गेहूं बेचने का सौदा किया. गेहूं के ट्रांसपोर्ट और बारदाना के नाम पर 45 लाख 70 हजार रुपए अडवांस ले लिए. फिर ना माल सप्लाई किया ना ही दोबारा संपर्क. पीड़ित अपनी फरियाद लेकर क्राइम ब्रांच के पास पहुंचा.

ठगी के शिकार हुए फरियादी ने 45 लाख 70 हजार रुपए 4 बैंक खातों में जमा कराए थे. बैंक से प्राप्त जानकारी के आधार पर बैंक खातों में दर्ज मोबाइल नंबरों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया.

ऐसे करते थे ठगी

ये ठग एक लोकप्रिय साइट के डाटा अपने शिकार को ढूंढते थे. मुख्य आरोपी अंशु सिंह और गोपाल सोमवंशी इस साइट से से इंक्वायरी करते और व्यापारियों के नंबर पता करते थे. इन्होंने फर्जी ट्रांसपोर्ट कंपनी बनवा रखी थी. आरोपी पहले गेहूं बेचने वाले से संपर्क करते थे. (hitech thug arrested cyber crime bhopal )वो पता लगा लेते थे कि गेहूं बेचने वाले के पास कहां और कितना स्टॉक है. इसके बाद खरीदार को ढूंढते थे. उसे कॉल करके गेहूं बेचने का ऑफर देते थे. अगर खरीदार खरीदने के लिए तैयार हो जाता था, तो उसे स्टॉक वाली जगह पर भेज देते थे. जहां वो गेहूं चेक करता था और फिर डील फिक्स करते थे.

खरीददार को खाता नंबर भेज कर उसमें एक बार पैसे डालने के लिए कहा जाता था. पैसा बैंक खाते में आने पर इनके अन्य सहयोगी दीपक कुमार योगेश कुमार और विक्रम मिलकर तत्काल बैंक से पैसा निकाल लेते थे . निवारण की लिमिट खत्म होने पर अन्य बैंकों में पैसा(cyber fraud 45 lakh bhopal) ट्रांसफर कर निकालते थे. इस मामले में फरियादी ने 45 लाख ₹70 हजार रुपए आरोपियों के खाते में डाले थे.

जबलपुर में करुणा सेंटर के खिलाफ FIR दर्ज, NCPCR की टीम ने किया था निरीक्षण, काफी गड़बड़ियां आई थी सामने

5 आरोपी गिरफ्तार

साइबर क्राइम भोपाल की टीम ने तकनीकी अवलोकन के बाद प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर लखनऊ, फर्रुखाबाद, ग्वालियर और भोपाल में दबिश देकर कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से 6 मोबाइल फोन, 12 सिम कार्ड, 13 एटीएम कार्ड ,दो चेक बुक, 2 लाख10 नगद और टाटा नेक्सन कार बरामद की गई है.

भोपाल। साइबर क्राइम टीम ने राजधानी में पांच हाईटेक ठगों को गिरफ्तार किया है. यह गिरोह गेहूं खरीदने के नाम पर अब तक 45 लाख 70 हजार रुपए की धोखाधड़ी कर चुका है. आरोपियों में से एक उत्तर प्रदेश की जिला पंचायत चुनाव में उम्मीदवार रह चुका है .(fraud of 45 lakhs wheat purchasing bhopal ) बाकी आरोपी भी काफी पढ़े लिखे हैं और अच्छे घरों से ताल्लुक रखते हैं. इनका रहन सहन भी हाई फाई है.

गेहूं बेचने के नाम पर ठगे 45 लाख रुपए

साइबर क्राइम टीम के मुताबिक एसएम एक्सपोर्ट कंपनी के संचालकों ने फरियादी को 1250 टन गेहूं बेचने का सौदा किया. गेहूं के ट्रांसपोर्ट और बारदाना के नाम पर 45 लाख 70 हजार रुपए अडवांस ले लिए. फिर ना माल सप्लाई किया ना ही दोबारा संपर्क. पीड़ित अपनी फरियाद लेकर क्राइम ब्रांच के पास पहुंचा.

ठगी के शिकार हुए फरियादी ने 45 लाख 70 हजार रुपए 4 बैंक खातों में जमा कराए थे. बैंक से प्राप्त जानकारी के आधार पर बैंक खातों में दर्ज मोबाइल नंबरों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया.

ऐसे करते थे ठगी

ये ठग एक लोकप्रिय साइट के डाटा अपने शिकार को ढूंढते थे. मुख्य आरोपी अंशु सिंह और गोपाल सोमवंशी इस साइट से से इंक्वायरी करते और व्यापारियों के नंबर पता करते थे. इन्होंने फर्जी ट्रांसपोर्ट कंपनी बनवा रखी थी. आरोपी पहले गेहूं बेचने वाले से संपर्क करते थे. (hitech thug arrested cyber crime bhopal )वो पता लगा लेते थे कि गेहूं बेचने वाले के पास कहां और कितना स्टॉक है. इसके बाद खरीदार को ढूंढते थे. उसे कॉल करके गेहूं बेचने का ऑफर देते थे. अगर खरीदार खरीदने के लिए तैयार हो जाता था, तो उसे स्टॉक वाली जगह पर भेज देते थे. जहां वो गेहूं चेक करता था और फिर डील फिक्स करते थे.

खरीददार को खाता नंबर भेज कर उसमें एक बार पैसे डालने के लिए कहा जाता था. पैसा बैंक खाते में आने पर इनके अन्य सहयोगी दीपक कुमार योगेश कुमार और विक्रम मिलकर तत्काल बैंक से पैसा निकाल लेते थे . निवारण की लिमिट खत्म होने पर अन्य बैंकों में पैसा(cyber fraud 45 lakh bhopal) ट्रांसफर कर निकालते थे. इस मामले में फरियादी ने 45 लाख ₹70 हजार रुपए आरोपियों के खाते में डाले थे.

जबलपुर में करुणा सेंटर के खिलाफ FIR दर्ज, NCPCR की टीम ने किया था निरीक्षण, काफी गड़बड़ियां आई थी सामने

5 आरोपी गिरफ्तार

साइबर क्राइम भोपाल की टीम ने तकनीकी अवलोकन के बाद प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर लखनऊ, फर्रुखाबाद, ग्वालियर और भोपाल में दबिश देकर कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से 6 मोबाइल फोन, 12 सिम कार्ड, 13 एटीएम कार्ड ,दो चेक बुक, 2 लाख10 नगद और टाटा नेक्सन कार बरामद की गई है.

Last Updated : Dec 14, 2021, 7:54 PM IST
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