दिल्ली/भोपाल। दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर सीएए पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, नागरिकता संशोधन के कानून की कोई जरूरत नहीं थी. ये कानून धर्मों को बांटने के लिए लाया गया है. उन्होंने कहा कि, गृहमंत्री खुद सीएए, एनपीआर और एनआरसी को जोड़कर देख रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है, जिससे लोगों में अविश्वास की स्थिति बनी है.
दिग्विजय सिंह ने कहा है कि, एनपीआर और एनआरसी को साथ जोड़ा जा रहा है. सीएए उसके साथ पहले से जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि, वो गैर बीजेपी शासित राज्यों के सीएम से अपील करते हैं कि, 2010 के फॉर्मेट को अपनाने की बात करें.
हिंसा का रास्ता अपनाने वालों पर हो सख्त कारवाई
दिल्ली हिंसा पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि, 'किसी भी धर्म का व्यक्ति भड़काऊ भाषण दे. या फिर हिंसा का रास्ता अपनाए. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए'. दिग्विजय सिंह ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि, पुलिस हिंसा रोकने में फेल रही. दिग्विजय सिंह ने कहा कि, जिस आशा और उम्मीद के साथ दिल्ली सरकार को चुना गया था, उसमें सरकार पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि, जिनकों नुकसान पहुंचाया गया है. उनकी सरकार फौरन मदद करे.