भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने (digvijay singh question on new liquor policy) एमपी सरकार की नई आबकारी नीति पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि अनाज सस्ता होना चाहिए था , लेकिन शिवराज सरकार शराब सस्ती कर रही है. उमा भारती से शराबबंदी की मांग लेकर उन्होंने भाजपा नेताओं को घेरा. आरएसएस पर निशाना साधते हुए सिंह कहा कि संघ का 1925 से लेकर आज तक एक सूत्रीय एजेंडा रहा है नफरत फैलाना. दिग्विजय ने संघ को इंसानियत और धर्म के खिलाफ बताया.
'दीदी' शराब बंदी करा रही, 'मामा' शराब सस्ती करा रहा
दिग्विजय सिंह ने कहा कि एक तरफ पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराबबंदी करना चाहती है. इसके लिए वे लठ्ठ उठाने को तैयार हैं, जबकि दूसरी तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह उर्फ मामा सस्ती शराब बेच रहे हैं. उन्होंने कहा कि बड़े नेताओं को यह तय करना चाहिए कि भाजपा चाहती क्या है. सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने नर्मदा किनारे 5 किलोमीटर तक शराब नहीं बेचे जाने की घोषणा की गई थी, बीजेपी के नेता ही नर्मदा किनारे शराब बेच रहे हैं. उन्होंने शिवराज सरकार को हर मोर्चे पर फेल बताया है.
लोग शराब पीकर मर रहे हैं, सरकार नई नीति बना रही है
दिग्विजय सिंह ने प्रदेश सरकार की नई आबकारी नीति पर प्रतिक्रिया देते हुए गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि अनाज सस्ता होना चाहिए लेकिन अनाज महंगा और शराब सस्ती की जा रही है, यही है भारतीय जनता पार्टी की नीति.सिंह ने कहा कि प्रदेश में बिक रही अवैध शराब पीकर लोग मर रहे हैं. इसके बावजूद सरकार ने सस्ती शराब बेचने के लिए नीति बनाई है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में अवैध शराब कौन बेच रहा है और यह किसके संरक्षण में बेची जा रही है. इसका पता लगाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं होती.
नफरत फैलाता है संघ
आगर मालवा से भोपाल आई सेवादल की रैली में शामिल हुए दिग्विजय सिंह ने आरएसएस पर तीखा हमला बोला. सिंह ने कहा कि इनका केवल एक ही एजेंडा रहा है नफरत फैलाना. उन्होंने कहा कि जो धर्म की परिभाषा नहीं समझते वे नफरत फैलाते हैं. उन्होंने संघ को इंसानियत और भारत के संविधान के खिलाफ बताते हुए कहा जो इन सबको नहीं मानते वही नफरत फैलाते हैं.