भोपाल। लहसुन की कीमतों को लेकर अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बाद दिग्विजय सिंह ने भी अपनी मांग सरकार के सामने रखी है. प्रदेश की मंडियों में लहसुन 50 पैसे प्रति किलो बिक रहा है. इससे किसान बहुत नाराज व हताश हैं. कम कीमत मिलने के कारण किसान लहसुन सड़कों पर फेंक कर नाराजगी जता रहे हैं. इसके साथ ही लहसुन की पैदावर को नदी व नालियों में बहा रहे हैं.
दिग्विजय सिंह ने पत्र में ये लिखा : लहसुन और प्याज की कम कीमतों के विरोध में किसानों ने उनका अंतिम संस्कार भी किया था. सिंह ने पत्र में कहा है कि आपके अपने सीहोर जिले में किसान रो रहे थे और सैकड़ों क्विंटल लहसुन पार्वती नदी में फेंकने को मजबूर हैं. मुख्यमंत्री चौहान ने 2005 से किसानों के कल्याण के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि पहली बार मुख्यमंत्री बने और यहां तक कि उनकी फसलों के लिए पर्याप्त रिटर्न सुनिश्चित करने के लिए 'भावंतर योजना' भी प्रभावी नहीं थी.
किसानों की दोगुनी आय करने का वादा फेल : उन्होंने कहा कि सीएम चौहान ने पिछले साल सब्जियों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य का वादा किया था, लेकिन यह योजना अभी तक अमल में नहीं आई. 2017 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी, लेकिन दुर्भाग्य से यह वादा भी एक जुमला साबित हुआ. सीएम शिवराज को लहसुन पैदा करने वाले किसानों के साथ बातचीत करनी चाहिए और उन्हें उनकी फसल के लिए पर्याप्त मूल्य उपलब्ध कराने के लिए कदम उठाना चाहिए. Digvijay Singh letter CM Shivraj, Demanding right price garlic