भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार पर आरटीआई कानून खत्म करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि, मोदी-शाह, भाजपा-संघ और उनकी 'ट्रोल सेना' प्रश्न पूछने वालों को सोशल मीडिया पर झूठे, बिना किसी प्रमाण पोस्ट डालकर बदनाम करके डराते धमकाते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि, यही रणनीति हिटलर समेत हर डिक्टेटर अपनाता रहा है. हर नागरिक को शासनतंत्र से प्रश्न पूछने का अधिकार ही लोकतंत्र की बुनियाद होती है.
दिग्विजय सिंह का कहना है कि, 'RTI के माध्यम से भ्रष्टाचार के कई प्रकरण सामने आए. आज इस कानून को भी समाप्त करने की मोदी जी की मंशा है, क्योंकि बुनियादी तौर पर वो लोकतंत्र विरोधी मानसिकता से ग्रस्त हैं. राहुलजी और कांग्रेस को सभी भाजपा विरोधी दलों को एक करने का पूरा प्रयास करना चाहिए'.
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मोदीशाह भाजपा संघ और उनकी “ट्रोल सेना” प्रश्न पूछने वालों को सोशल मीडिया पर झूठे, बिना किसी प्रमाण पोस्ट डाल कर उन्हें बदनाम कर उन्हें डराते धमकाते हैं। यही रणनीति हिटलर समेत हर Dictator अपनाता रहा है। मैं इसलिए राहुल गांधी का सम्मान करता हूँ कि वे साहस के साथ प्रश्न पूछ रहे हैं https://t.co/6YQpNR0hh9
— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 13, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">मोदीशाह भाजपा संघ और उनकी “ट्रोल सेना” प्रश्न पूछने वालों को सोशल मीडिया पर झूठे, बिना किसी प्रमाण पोस्ट डाल कर उन्हें बदनाम कर उन्हें डराते धमकाते हैं। यही रणनीति हिटलर समेत हर Dictator अपनाता रहा है। मैं इसलिए राहुल गांधी का सम्मान करता हूँ कि वे साहस के साथ प्रश्न पूछ रहे हैं https://t.co/6YQpNR0hh9
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हर नागरिक को शासनतंत्र से प्रश्न पूछने का अधिकार ही लोकतंत्र की बुनियाद होता है। जिसे कॉंग्रेस ने सोनिया जी के नेतृत्व में आम नागरिक को “सूचना का अधिकार” शासकीय तंत्र के विरोध के बाद भी, क़ानून ला कर उसे शासन को कठघरे में खड़े करने का अधिकार दिया।
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">हर नागरिक को शासनतंत्र से प्रश्न पूछने का अधिकार ही लोकतंत्र की बुनियाद होता है। जिसे कॉंग्रेस ने सोनिया जी के नेतृत्व में आम नागरिक को “सूचना का अधिकार” शासकीय तंत्र के विरोध के बाद भी, क़ानून ला कर उसे शासन को कठघरे में खड़े करने का अधिकार दिया।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 13, 2020हर नागरिक को शासनतंत्र से प्रश्न पूछने का अधिकार ही लोकतंत्र की बुनियाद होता है। जिसे कॉंग्रेस ने सोनिया जी के नेतृत्व में आम नागरिक को “सूचना का अधिकार” शासकीय तंत्र के विरोध के बाद भी, क़ानून ला कर उसे शासन को कठघरे में खड़े करने का अधिकार दिया।
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RTI के माध्यम ही से कई भ्रष्टाचार के प्रकरण सामने आए। आज इस क़ानून को भी समाप्त करने की मोदी जी की मंशा है। क्योंकि बुनियादी तौर पर वे लोकतंत्र विरोधी मानसिकता से ग्रस्त हैं। राहुल जी और कॉंग्रेस को सभी भाजपा विरोधी दलों को एक करने का पूरा प्रयास करना चाहिए।
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">RTI के माध्यम ही से कई भ्रष्टाचार के प्रकरण सामने आए। आज इस क़ानून को भी समाप्त करने की मोदी जी की मंशा है। क्योंकि बुनियादी तौर पर वे लोकतंत्र विरोधी मानसिकता से ग्रस्त हैं। राहुल जी और कॉंग्रेस को सभी भाजपा विरोधी दलों को एक करने का पूरा प्रयास करना चाहिए।
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दिग्विजय सिंह ने कहा, 'हर नागरिक को शासनतंत्र से प्रश्न पूछने का अधिकार ही लोकतंत्र की बुनियाद होती है. जिसे कांग्रेस ने सोनिया जी के नेतृत्व में आम नागरिक को 'सूचना का अधिकार' शासकीय तंत्र के विरोध के बाद भी, कानून ला कर उसे शासन को कठघरे में खड़े करने का अधिकार दिया था'.