भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में देश के पहले क्षेत्रीय राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (क्षेत्रीय एनसीडीसी) की स्थापना की जायेगी. इस संबंध में प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग के निवास पर क्षेत्रीय NCDC केंद्र के लिए भूमि आवंटन करने के को लेकर एक बैठक आयोजित की गई. बैठक में भारत सरकार के एनसीडीसी के डायरेक्टर डॉ. सुजीत सिंह मौजूद रहे.
पांच राज्यों में सबसे पहले भोपाल में होगी NCDA के क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना: मंत्री सारंग ने बताया कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अधोसंरचना मिशन (PM ABHIM) के अंतर्गत भारत सरकार के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ मिलकर मध्यप्रदेश के भोपाल में नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (एनसीडीसी) के क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना होगी. PM ABHIM के अंतर्गत देश के पांच राज्यों में एनसीडीसी के क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना की जानी है. इसके लिए भारत सरकार द्वारा चिन्हित शहर हैं भोपाल, गुवाहाटी, देहरादून, अहमदाबाद और बेंगलुरु है. इनमें सबसे पहले भोपाल में एनसीडीसी क्षेत्रीय केंद्र स्थापित किया जाएगा. (National Centre for Disease Control)
देश की पहली सुसाइडल प्रिवेंशन पॉलिसी का एमपी में निर्माण: इसके साथ ही देश की पहली सुसाइड प्रिवेंशन पॉलिसी भी मध्यप्रदेश में बनाई जा रही है. इसको लेकर मंत्री सारंग का कहना है कि "हमने निर्णय लिया है कि चिकित्सा शिक्षा विभाग के माध्यम से देश की पहली सुसाइडल प्रिवेंशन पॉलिसी का निर्माण कर रहे हैं ". आत्महत्या की रोकथाम के लिए चिकित्सीय बैकअप के साथ जनजागरण की भी जरूरत है. सुसाइडल प्रिवेंशन पालिसी के निर्माण के लिये कमेटी बनाई गयी है. पॉलिसी के जरिये आत्महत्या की रोकथाम के लिये काउंसिल की जाएगी.
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कैसे काम करेगा भोपाल का क्षेत्रीय एनसीडीसी ?
- 100 करोड़ की लागत से 10 एकड़ की भूमि पर बनेगा केंद्र : एनसीडीसी के क्षेत्रीय कार्यालय की आवश्यकता के अनुसार 10 एकड़ भूमि को भोपाल में चिन्हित किया जा रहा है, जिसमें निर्माण कार्य, उच्च कोटि के उपकरण, फर्नीचर एवं मानव संसाधन आदि हेतु 100 करोड़ रुपये की राशि का अनुमानित व्यय किया जाएगा.
- मध्यप्रदेश चिकित्सा शिक्षा विभाग होगा नोडल: एनसीडीसी के क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना हेतु मध्यप्रदेश का चिकित्सा शिक्षा विभाग नोडल विभाग होगा और गांधी चिकित्सा महाविद्यालय का कम्युनिटी मेडिसिन विभाग समन्वय का कार्य करेगा.
- अनुसंधान और स्थानीय स्वास्थ्य समस्याओं के निराकरण में मिलेगी मदद: एनसीडीसी के क्षेत्रीय केंद्र में प्रदेश में होने वाली सभी बीमारियों की रोकथाम, उपचार एवं प्रोटोकॉल को निर्धारित करने हेतु नीति तैयार की जाएगी. एपिडेमिक इंटेलिजेंस सर्विसेस (EIS) की सेवाओं को इस केंद्र में प्रारंभ किया जाएगा, जिससे महामारी की प्राथमिक रोकथाम, आंकलन, पूर्व तैयारी हेतु अनुसंधान, स्थानीय स्वास्थ्य समस्याओं के निराकरण हेतु कार्य किया जाएगा.
- क्षेत्रीय केंद्र विश्व स्तरीय स्वास्थ्य संगठनों से करेगा समन्वय
एनसीडीसी का क्षेत्रीय केंद्र विश्व स्वास्थ्य संगठन, CDC, UNICEF, UNDP आदि स्वास्थ्य संबंधी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से समन्वय स्थापित करेगा और अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकॉल को निर्धारित करने में महती भूमिका निभाएगा. एन्टी माइक्रोबियल रेसिस्टेंस (AMR) के संबंध में नीति और विजिलेंस का कार्य भी यह केंद्र करेगा. क्षेत्रीय केंद्र में आधुनिक स्तर के लैब में जिनोम सिक्वेंसिंग, उच्च स्तर की RTBPCR जांच, HPLC जांच भी होगी. (Country first NCDC regional center) (first NCDC regional center to be built in Bhopal) (MP Suicidal Prevention Policy)