भोपाल। दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुए मरकज में शामिल लोगों में कई कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इस घटना के बाद से ही पूरे देश में हड़कंप मचा है. तबलीगी जमात में मध्य प्रदेश से भी बड़ी संख्या में जमाती शामिल हुए थे. जिनमें से कई कोरोना से संक्रिमत पाए गए हैं. जिन्हें क्वॉरेंटाइन किया गया, तो पुलिस अभी भी ऐसे लोगों की तलाश में जुटी है जो मरकज में शामिल हुए थे. क्योंकि प्रदेश में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.
MP के कई जिलों में मिले दिल्ली से आए जमाती
मध्य प्रदेश के भोपाल, बुरहानपुर, नीमच, इंदौर, मुरैना, दमोह, बड़वानी, मंदसौर, ग्वालियर, जबलपुर, सीहोर, शिवपुरी, उज्जैन सहित कई जिलों से जमाती मिले, जो तबलीगी जमात में शामिल हुए थे. सूत्रों के मुताबिक पूरे प्रदेश में अब तक करीब ऐसे 200 जमाती मिले, जो अलग-अलग शहरों की मस्जिदों में रुके हुए थे. जिन्हें तत्तकाल क्वॉरेंटाइन किया गया.
तबलीगी जमात के इस आयोजन में मध्य प्रदेश के कुल कितने लोग शामिल हुए थे, इसकी पुख्ता जानकारी तो अभी तक नहीं मिली, लेकिन इंटेलीजेंस की टीम इस बात की तफ्तीश में जुटी है कि दिल्ली मरकज में शामिल होने के बाद जमाती प्रदेश में कहा-कहा पहुंचे हैं. अब तक ग्वालियर से 16, दमोह के पथरिया से 16 और आगर के नलखेड़ा से 11, बुरहानपुर से 5, सीहोर से 3, राजगढ़ से 2 और होशंगाबाद से 9 जमाती मिलने के बाद उन्हें क्वारेनटाइन किया गया. जबकि अन्य जिलों में भी यह संख्या बढ़ती जा रही है.
दारुल उलूम ने जारी किया फतवा
इस बीच देवबंद दारुल उलूम ने फतवा जारी किया है कि सभी घरों में रहकर नमाज अदा करे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करे. देवबंद दारुल उलूम का कहना है कि इस मामले पर राजनीति बिल्कुल भी न की जाए. हम सब कोरोना से परेशान है और इसे मिलकर हाराना है. जो लोग भी इस मामले पर राजनीति कर रहे हैं उनके खिलाफ सख्त करवाई हो.
कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित इंदौर जिले में जमात में कई लोगों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमितों की संख्या यहीं बढ़ी है. पूरा मामला समाने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी तबलीग ए जमात में हिस्सा लेने वाले सभी लोगों को क्वॉरेंटाइन में रखने के निर्देश दिए. जिसके बाद प्रदेश के सभी जिलों का प्रशासन मुस्तैदी से मरकज में शामिल हुए लोगों को चिन्हित करने में जुटा है. क्योंकि मध्य प्रदेश में अभी ऐसे जमातियों की संख्या बढ़ सकती है जो दिल्ली मरकज में शामिल हुए थे.