भोपाल। बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने अपने बेतुके बयान से देश का माहौल गर्म कर दिया है. कंगना ने विवादित बयान देते हुए बृहस्पतिवार को कहा था कि 1947 में देश को मिली आजादी भीख थी और असल आजादी 2014 में मिली है. कंगना के इस बेतुके बयान से देशवासियों में एक्ट्रेस के खिलाफ रोष पैदा हो रहा है और वे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. ऐसे में आज कंगना रनौत पर भोपाल में FIR करायेगी कांग्रेस.
कंगना रनौत पर भोपाल में FIR करायेगी कांग्रेस
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (Bollywood Actress Kangna Ranaut) के देश की आज़ादी पर दिए गये बयान को लेकर आज शाम 4 बजे कांग्रेस पार्टी भोपाल में FIR दर्ज करायेगी. वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने नाराजगी जताई है. उन्होंने राष्ट्रपति भवन को ट्वीट करते हुए लिखा कि कंगना रनौत से पद्म पुरस्कार वापस ले लेना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कंगना के बयान को निंदनीय और चौंकाने वाला बताया.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने राष्ट्रपति को टैग कर की मांग : कंगना को दिया पद्म पुरस्कार तुरंत वापस लें
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने इसको लेकर तीन ट्वीट किए. उन्होंने लिखा कि निंदनीय और पूरे देश को चौंकाने वाला. सुश्री कंगना रनौत का बयान महात्मा गांधी, पंडित नेहरू और सरदार पटेल जैसे साहसी स्वतंत्रता सेनानियों और सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और कई अन्य क्रांतिकारियों के बलिदान का अपमान करता है. "माननीय @rashtrapatibhvn को सुश्री रनौत को दिया गया पद्म पुरस्कार तुरंत वापस लेना चाहिए. इस तरह के पुरस्कार देने से पहले मानसिक मनोचिकित्सीय मूल्यांकन किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे व्यक्ति राष्ट्र और उसके नायकों का अपमान न करें. 'प्रधानमंत्री को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और राष्ट्र को बताना चाहिए कि क्या वह सुश्री रनौत के विचारों का समर्थन करते हैं? यदि नहीं, तो सरकार को ऐसे लोगों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए.'
आजादी को लेकर कंगना रनौत की टिप्पणी पर बोले वरुण गांधी - इसे पागलपन कहूं या देशद्रोह
पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित हुई हैं कंगना रनौत
बता दें कि हाल ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अभिनेत्री कंगना रनौत को राष्ट्रपति भवन में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था. कंगना के ताजा बयान पर भाजपा सांसद वरुण गांधी ने भी उन्हें खरी-खोटी सुनाई हैं. वहीं, सोशल मीडिया पर भी लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं, कि आखिर वे हजारों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानी को भीख कैसे बता सकती हैं. बता दें कि कंगना के इन्हीं भड़काउ बयानों के चलते ट्विटर पहले ही उनका अकाउंट बंद कर चुका है.
क्या बोलीं थी कंगना रनौत?
कंगना बृहस्पतिवार को टाइम्स नाउ की सम्मिट में पहुंचीं, जहां कंगना ने निजी मामलों से लेकर राजनीति पर अपने विचार रखे. इस बीच कंगना यह कहती सुनाई दीं कि 1947 में मिली देश को आजादी एक भीख में मिली आजादी थी. कंगना ने अपने बयान में कहा, 'सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, नेता सुभाषचंद्र बोस इन लोगों की बात करूं तो ये लोग जानते थे कि खून बहेगा लेकिन ये भी याद रहे कि हिंदुस्तानी-हिंदुस्तानी का खून न बहाए. उन्होंने आजादी की कीमत चुकाई, यकीनन, लेकिन वो आजादी नहीं थी वो भीख थी, असली आजादी तो 2014 में मिली है.'