भोपाल। झाबुआ में मतदान समाप्त होने के बाद अब सबको 24 तारीख का इंतजार है. कांग्रेस ने झाबुआ उपचुनाव में जीत का दावा कर दिया है. वैसे तो उपचुनाव में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के मुकाबले कम मतदान हुआ है. लेकिन कांग्रेस का कहना है कि सीएम कमलनाथ के नेतृत्व में बनी रणनीति से कांग्रेस को जीत मिलेगी.
मध्य प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर का कहना है कि झाबुआ के परिणाम कांग्रेस के ही पक्ष में ही आएंगे. उन्होंने कहा कि लगभग तीन माह पहले ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सक्रिय रुप से तैनात कर दिया था. उन्होंने कहा कि जिस तरह से झाबुआ की जनता का रुझान देखने को मिला है. उससे स्पष्ट है कि झाबुआ उपचुनाव में हमारे प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया भारी बहुमत से विजयी होने जा रहे हैं.
झाबुआ में हुए आज मतदान पर अगर गौर करें वहां करीब 62 प्रतिशत मतदान हुआ है. झाबुआ विधानसभा सीट के एक लाख 71 हजार 886 मतदाताओं ने मतदान कर लोकतंत्र के यज्ञ में अपनी आहुति डाली है. जिसमें पुरुषों और महिलाओं के मतदान का प्रतिशत लगभग बराबर रहा है.
कांग्रेस के लिए अहम है झाबुआ विधानसभा सीट
कांग्रेस के लिए यह सीट जीतना काफी अहम है, इसलिए कांग्रेस ने अपने दिग्गज आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया पर ही दांव लगाया था. खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने झाबुआ की जीत सुनिश्चित करने के लिए आचार संहिता लागू होने के पहले झाबुआ में कई कल्याणकारी कार्य किए. झाबुआ में आदिवासी बाहुल्य मतदाताओं को रिझाने के लिए कई योजनाओं की घोषणा की गई थी.
बतौर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने झाबुआ में तीन महीने पहले से ही कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की तैनाती कर दी थी. कमलनाथ ने यहां पूरा गणित लगाकर ही काम किया था. इस एक सीट जीतने से जहां कमलनाथ सरकार के 10 माह के कार्यकाल का एक तरह से परीक्षण होगा.