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Digvijay Singh पर दर्ज हो सकती है FIR, शिशु मंदिर बयान पर बोले गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, जांच रिपोर्ट का इंतजार

सरस्वती शिशु मंदिर में (Sishu Vidya Mandir) नफरत के बीज बोए जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Ex. Cm Digvijay Singh) के बयान पर बवाल मचा हुआ है. कई लोगों ने उनके खिलाफ एफआईआर तक दर्ज कराने की बात कही है. इसके बावजूद दिग्विजय सिंह अपने बयान पर कायम हैं .

fir against digvijay singh
Digvijay Singh पर दर्ज हो सकती है FIR
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Published : Sep 28, 2021, 10:18 PM IST

भोपाल। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर स्कूलों को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने (Bjp-Congress Face To Face) हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह ने कहा है कि शिशु मंदिर में बच्चों को दूसरे धर्मों के प्रति नफरत करना पढ़ाया जाता है. बता दें कि सरस्वती शिशु विद्या मंदिर स्कूलों को विद्या भारती संस्थान चलाता है, जो कि आरएसएस यानि स्वयं सेवक संघ (RSS) की ही एक शाखा है. देशभर में ऐसे सैकड़ों शिशु विद्या मंदिर हैं. दिग्विजय सिंह के बयान पर बीजेपी आगबबूला है. बाल संरक्षण आयोग ने तो दिग्विजय सिंह के खिलाफ एफआईआर(FIR) तक दर्ज करने की मांग की है.

शिशु विद्या मंदिर पर कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने

सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में (Saraswati Sishu Vidya Mandir) नफरत के बीज बोए जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Ex. Cm Digvijay Singh) के बयान पर बवाल मचा हुआ है. कई लोगों ने उनके खिलाफ एफआईआर तक दर्ज कराने की बात कही है. इसके बावजूद दिग्विजय सिंह अपने बयान पर कायम हैं . इंदौर में एक रैली में आए दिग्विजय सिंह ने कहा, कि उनकी लड़ाई आरएसएस की विचारधारा से है. सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले बच्चों से और वहां की व्यवस्था से उन्हें कोई शिकायत नहीं है. लेकिन जो विचारधारा वहां सिखाई जाती है वे उसके विरोध में हैं.

दिग्विजय सिंह पर FIR की तैयारी

दिग्विजय सिंह के बयान पर राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि "ये गंभीर विषय है. अपनी तुष्टीकरण की नीति में उन्होंने बच्चों को भी घसीट लिया. बाल मन और जो बच्चे उनमें पढ़ते हैं उनके मन पर क्या असर पड़ेगा, ये दिग्विजय सिंह ने नहीं सोचा. 10 साल सीएम रहे सांसद हैं, लेकिन वे संवैधानिक मर्यादाओं का उल्लंघन कर रहे हैं. बाल आयोग के पत्र पर हम परीक्षण करवा रहे हैं. परीक्षण में जैसी रिपोर्ट आएगी, उसके आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. अगर दिग्विजय सिंह को शिशु मंदिर के आचार्यों से परेशानी है , तो वे मदरसों में मुद्दरिस बन जाएं. वहां जाकर राष्ट्रभक्ति का पाठ पढ़ा दें"

  • .@digvijaya_28 पर #FIR दर्ज करने के राष्ट्रीय बाल आयोग के पत्र पर सरकार परीक्षण करा रही है और उसके आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

    कांग्रेस के 'चचाजान' को अगर सरस्वती शिशु मंदिर के आचार्यों से इतनी परेशानी है तो मदरसे में मुदर्रिस बन जाए और वहां देशभक्ति का पाठ पढाएं। pic.twitter.com/cr9xfapDeP

    — Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) September 28, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

NCPCR ने तीन दिन में मांगा जवाब

दरअसल, सांसद सिंह ने सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले छात्रों को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. इसी को लेकर एनसीपीसीआर ने अब उनसे जवाब मांगा है. NCPCR के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो का कहना है कि "हमने दिग्विजय सिंह को भी एक पत्र भेजकर कहा है कि अपने बयान के समर्थन में अगर कुछ तथ्य रखना चाहें तो रखें. हमने उन्हें 3 दिन का समय दिया है.' राज्य के डीजीपी को लिखी गयी चिट्ठी में कहा गया है कि दिग्विजय सिंह का बयान आईपीसी और जूविनाइल जस्टिस एक्ट के नियमों का उल्लंघन करता है. ऐसे में उनके बयान की जांच होनी चाहिए"

'दिग्विजय शिशु मंदिर में जाएं और फिर से पढ़ें'

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने इस पर कहा "कि अगर दिग्विजय सिंह सरस्वति शिशु विद्या मंदिर (Saraswati Sishu Vidya Mandir) में पढ़ लेते , तो उनके भी संस्कार अच्छे हो जाते. अगर वे यहां पढ़ते तो इस तरह की बात नहीं करते, वे पाकिस्तान परस्ती की बात नहीं करते.वे देश को तोड़ने की बात नहीं करते. वे विध्वंस की बात नहीं करते. वे आतंकवादियों को संरक्षण देने की बात नहीं करते. मैं दिग्विजय सिंह से अनुरोध करूंगा कि वो सरस्वती शिशु मंदिर में आएं और फिर से पढ़ाई शुरु करें."

  • दिग्विजय सिंह के ख़िलाफ़ आपराधिक प्रकरण दर्ज होना चाहिए। देश के हज़ारों लोगों ने शिशु मंदिर में पढ़कर देशभक्ति और संस्कार की शिक्षा ली है। दिग्विजय सिंह शिशु मंदिर जाएं और ज्ञान अर्जित करें। शिशु मंदिर में देशभक्त बनते हैं। वह विघटनकारी राजनीति को बढ़ावा दे रहे हैं। pic.twitter.com/1YgNGHzwkN

    — Vishvas Kailash Sarang (@VishvasSarang) September 28, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये था पूरा मामला

दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने विद्या भारती प्रतिष्ठान (Vidya Bharati Foundation) द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर स्कूलों (Saraswati Shishu Mandir Schools) को नफरत फैलाने का जरिया बताया था. ये बयान दिग्विजय सिंह ने भोपाल के नीलम पार्क में आयोजित संयुक्त विपक्ष के धरने में दो दिन पहले दिया था. दिग्विजय सिंह ने कहा कि "ये वो लोग है, जिनसे हम लड़ाई लड़ रहे हैं, जो बचपन से सरस्वती शिशु मंदिर से लोगों के दिल और दिमाग में दूसरे धर्मों के खिलाफ नफरत का बीज बोते हैं और वही नफरत का बीज धीरे-धीरे आगे बढ़कर देश में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ता है"

जुबान पर कायम हूं, बदलूंगा नहीं! मेरे पास सबूत हैं

जुबान पर कायम हूं, बदलूंगा नहीं! मेरे पास सबूत हैं

इंदौर में कांग्रेस की रैली और विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने पहुंचे दिग्विजय सिंह (Ex. Cm Digvijay Singh) ने स्पष्ट किया कि उन्होंने स्वयंसेवक संघ (RSS) के बारे में जो कहा है, वे अभी भी उस पर कायम हैं. उन्होंने कहा कि, " मेरे पास इसके कई प्रमाण हैं. मैं कोई भी बात बिना प्रमाण के नहीं बोलता. क्योंकि मेरी लड़ाई व्यक्ति विशेष से नहीं बल्कि नफरत फैलाने वाली विचारधारा से है. मैंनेे कहा जो विचारधारा सद्भाव के खिलाफ हो और जो लोग उसे पनपाते हैं मैं उन लोगों के खिलाफ हूं. जो छात्र शिशु मंदिरों में पढ़ते हैं उनके बारे में मुझे कुछ नहीं कहना. लेकिन आप खुद देखेंगे कि (Saraswati Sishu Vidya Mandir) मेरे पास ऐसे कई बिंदू और प्रमाण हैं, जहां आर एस एस के पुराने प्रचारक ये बात कर रहे हैं. इसलिए मैंने जो कुछ कहा है तथ्य और प्रमाण के आधार पर कहा है"

'सच कहना बगावत है तो मैं और दिग्विजय सिंह बागी हैं'

'सच कहना बगावत है तो मैं और दिग्विजय सिंह बागी हैं'

अब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को कांग्रेस के बड़े नेता का समर्थन मिल गया है. भिंड जिले के लहार विधायक व पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने दो टूक कहा कि अगर सच कहना बगावत है तो हां, मैं और दिग्विजय सिंह बागी हैं. उन्होंने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर (Saraswati Sishu Vidya Mandir) में पढ़ने वाले बच्चों को एक विशेष विचारधारा का पाठ पढ़ाया जाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश की पूरी सरकार पर्दे के पीछे तालिबानी सोच वाली आरएसएस चला रही है. गोविंद सिंह का ये बयान दिग्विजय सिंह पर एफआईआर दर्ज कराने के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान पर आया है.

भोपाल। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर स्कूलों को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने (Bjp-Congress Face To Face) हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह ने कहा है कि शिशु मंदिर में बच्चों को दूसरे धर्मों के प्रति नफरत करना पढ़ाया जाता है. बता दें कि सरस्वती शिशु विद्या मंदिर स्कूलों को विद्या भारती संस्थान चलाता है, जो कि आरएसएस यानि स्वयं सेवक संघ (RSS) की ही एक शाखा है. देशभर में ऐसे सैकड़ों शिशु विद्या मंदिर हैं. दिग्विजय सिंह के बयान पर बीजेपी आगबबूला है. बाल संरक्षण आयोग ने तो दिग्विजय सिंह के खिलाफ एफआईआर(FIR) तक दर्ज करने की मांग की है.

शिशु विद्या मंदिर पर कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने

सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में (Saraswati Sishu Vidya Mandir) नफरत के बीज बोए जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Ex. Cm Digvijay Singh) के बयान पर बवाल मचा हुआ है. कई लोगों ने उनके खिलाफ एफआईआर तक दर्ज कराने की बात कही है. इसके बावजूद दिग्विजय सिंह अपने बयान पर कायम हैं . इंदौर में एक रैली में आए दिग्विजय सिंह ने कहा, कि उनकी लड़ाई आरएसएस की विचारधारा से है. सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले बच्चों से और वहां की व्यवस्था से उन्हें कोई शिकायत नहीं है. लेकिन जो विचारधारा वहां सिखाई जाती है वे उसके विरोध में हैं.

दिग्विजय सिंह पर FIR की तैयारी

दिग्विजय सिंह के बयान पर राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि "ये गंभीर विषय है. अपनी तुष्टीकरण की नीति में उन्होंने बच्चों को भी घसीट लिया. बाल मन और जो बच्चे उनमें पढ़ते हैं उनके मन पर क्या असर पड़ेगा, ये दिग्विजय सिंह ने नहीं सोचा. 10 साल सीएम रहे सांसद हैं, लेकिन वे संवैधानिक मर्यादाओं का उल्लंघन कर रहे हैं. बाल आयोग के पत्र पर हम परीक्षण करवा रहे हैं. परीक्षण में जैसी रिपोर्ट आएगी, उसके आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. अगर दिग्विजय सिंह को शिशु मंदिर के आचार्यों से परेशानी है , तो वे मदरसों में मुद्दरिस बन जाएं. वहां जाकर राष्ट्रभक्ति का पाठ पढ़ा दें"

  • .@digvijaya_28 पर #FIR दर्ज करने के राष्ट्रीय बाल आयोग के पत्र पर सरकार परीक्षण करा रही है और उसके आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

    कांग्रेस के 'चचाजान' को अगर सरस्वती शिशु मंदिर के आचार्यों से इतनी परेशानी है तो मदरसे में मुदर्रिस बन जाए और वहां देशभक्ति का पाठ पढाएं। pic.twitter.com/cr9xfapDeP

    — Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) September 28, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

NCPCR ने तीन दिन में मांगा जवाब

दरअसल, सांसद सिंह ने सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले छात्रों को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. इसी को लेकर एनसीपीसीआर ने अब उनसे जवाब मांगा है. NCPCR के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो का कहना है कि "हमने दिग्विजय सिंह को भी एक पत्र भेजकर कहा है कि अपने बयान के समर्थन में अगर कुछ तथ्य रखना चाहें तो रखें. हमने उन्हें 3 दिन का समय दिया है.' राज्य के डीजीपी को लिखी गयी चिट्ठी में कहा गया है कि दिग्विजय सिंह का बयान आईपीसी और जूविनाइल जस्टिस एक्ट के नियमों का उल्लंघन करता है. ऐसे में उनके बयान की जांच होनी चाहिए"

'दिग्विजय शिशु मंदिर में जाएं और फिर से पढ़ें'

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने इस पर कहा "कि अगर दिग्विजय सिंह सरस्वति शिशु विद्या मंदिर (Saraswati Sishu Vidya Mandir) में पढ़ लेते , तो उनके भी संस्कार अच्छे हो जाते. अगर वे यहां पढ़ते तो इस तरह की बात नहीं करते, वे पाकिस्तान परस्ती की बात नहीं करते.वे देश को तोड़ने की बात नहीं करते. वे विध्वंस की बात नहीं करते. वे आतंकवादियों को संरक्षण देने की बात नहीं करते. मैं दिग्विजय सिंह से अनुरोध करूंगा कि वो सरस्वती शिशु मंदिर में आएं और फिर से पढ़ाई शुरु करें."

  • दिग्विजय सिंह के ख़िलाफ़ आपराधिक प्रकरण दर्ज होना चाहिए। देश के हज़ारों लोगों ने शिशु मंदिर में पढ़कर देशभक्ति और संस्कार की शिक्षा ली है। दिग्विजय सिंह शिशु मंदिर जाएं और ज्ञान अर्जित करें। शिशु मंदिर में देशभक्त बनते हैं। वह विघटनकारी राजनीति को बढ़ावा दे रहे हैं। pic.twitter.com/1YgNGHzwkN

    — Vishvas Kailash Sarang (@VishvasSarang) September 28, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये था पूरा मामला

दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने विद्या भारती प्रतिष्ठान (Vidya Bharati Foundation) द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर स्कूलों (Saraswati Shishu Mandir Schools) को नफरत फैलाने का जरिया बताया था. ये बयान दिग्विजय सिंह ने भोपाल के नीलम पार्क में आयोजित संयुक्त विपक्ष के धरने में दो दिन पहले दिया था. दिग्विजय सिंह ने कहा कि "ये वो लोग है, जिनसे हम लड़ाई लड़ रहे हैं, जो बचपन से सरस्वती शिशु मंदिर से लोगों के दिल और दिमाग में दूसरे धर्मों के खिलाफ नफरत का बीज बोते हैं और वही नफरत का बीज धीरे-धीरे आगे बढ़कर देश में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ता है"

जुबान पर कायम हूं, बदलूंगा नहीं! मेरे पास सबूत हैं

जुबान पर कायम हूं, बदलूंगा नहीं! मेरे पास सबूत हैं

इंदौर में कांग्रेस की रैली और विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने पहुंचे दिग्विजय सिंह (Ex. Cm Digvijay Singh) ने स्पष्ट किया कि उन्होंने स्वयंसेवक संघ (RSS) के बारे में जो कहा है, वे अभी भी उस पर कायम हैं. उन्होंने कहा कि, " मेरे पास इसके कई प्रमाण हैं. मैं कोई भी बात बिना प्रमाण के नहीं बोलता. क्योंकि मेरी लड़ाई व्यक्ति विशेष से नहीं बल्कि नफरत फैलाने वाली विचारधारा से है. मैंनेे कहा जो विचारधारा सद्भाव के खिलाफ हो और जो लोग उसे पनपाते हैं मैं उन लोगों के खिलाफ हूं. जो छात्र शिशु मंदिरों में पढ़ते हैं उनके बारे में मुझे कुछ नहीं कहना. लेकिन आप खुद देखेंगे कि (Saraswati Sishu Vidya Mandir) मेरे पास ऐसे कई बिंदू और प्रमाण हैं, जहां आर एस एस के पुराने प्रचारक ये बात कर रहे हैं. इसलिए मैंने जो कुछ कहा है तथ्य और प्रमाण के आधार पर कहा है"

'सच कहना बगावत है तो मैं और दिग्विजय सिंह बागी हैं'

'सच कहना बगावत है तो मैं और दिग्विजय सिंह बागी हैं'

अब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को कांग्रेस के बड़े नेता का समर्थन मिल गया है. भिंड जिले के लहार विधायक व पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने दो टूक कहा कि अगर सच कहना बगावत है तो हां, मैं और दिग्विजय सिंह बागी हैं. उन्होंने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर (Saraswati Sishu Vidya Mandir) में पढ़ने वाले बच्चों को एक विशेष विचारधारा का पाठ पढ़ाया जाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश की पूरी सरकार पर्दे के पीछे तालिबानी सोच वाली आरएसएस चला रही है. गोविंद सिंह का ये बयान दिग्विजय सिंह पर एफआईआर दर्ज कराने के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान पर आया है.

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