भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में निर्विरोध चुने गए प्रत्याशियों के साथ भोजन करना महंगा पड़ गया है.(CM Shivraj Panchayat Party). मुख्यमंत्री निवास में सीएम शिवराज ने निर्विरोध निर्वाचित प्रत्याशियों के साथ भोजन किया. इसे लेकर कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग में शिकायत कर कहा कि, सह भोज कराना आचार संहिता का खुला उल्लंघन है. (Code of Conduct Violation)
निर्विरोध सरपंचों का सीएम हाउस में भव्य स्वागत: एमपी पंचायत चुनाव का पहला चरण खत्म होने के बाद कई जगहों पर जश्न शुरू हो गया है. जो प्रत्याशी जीत गए हैं उनके ऊपर फूल बरसाकर उनका स्वागत भोपाल में सीएम हाउस में किया गया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्विरोध चुने गए पंच-सरपंच और सदस्यों को भोपाल में मुख्यमंत्री निवास पर बुलाया था. उन पर फूल बरसाए और पंचायतों के विकास का संकल्प दिलवाया. इसके साथ ही सीएम ने उनके साथ भोजन भी किया. (Grand welcome of unopposed sarpanches in CM House)
कांग्रेस का सीएम शिवराज पर आरोप: कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग में शिकायत की है कि भोज समारोह का पूरा खर्च मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को सरकारी खजाने में जमा कराना चाहिए और उन पर प्रकरण दर्ज भी होना चाहिए. कांग्रेस महामंत्री जेपी धनोपिया ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि प्रदेश में नगरी निकाय के चुनाव चल रहे हैं, और आदर्श आचार संहिता प्रभावशील है. त्रिस्तरीय पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव की प्रक्रिया चल रही है और प्रक्रिया के चलते कुछ प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचित होना चुनाव प्रक्रिया का पार्ट है. ऐसे में प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने शासकीय खर्च पर प्रत्याशियों को भोजन कराया है. कांग्रेस ने इसे घोर आपत्तिजनक बताते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है. (Congress complained to Election Commission)
सीएम शिवराज ने जनप्रतिनिधियों को बधाई दी: सीएम शिवराज ने नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों और समरस पंचायतों के जनप्रतिनिधियों को बधाई दी और सेवा का संकल्प दिलाया. उन्होंने कहा पूरे पंचायतों को अपने काम के मामले में पूरे देश में उदाहरण बनाना है. जनता ने निर्विरोध निर्वाचित कर अपना काम कर दिया है. अब हमें जनता की सेवा और गांव का विकास करना है. पूरे गांवों में नशा मुक्ति अभियान चलाया जाएगा, और नशा मुक्त गांव को अलग से 2 लाख रुपए दिया जाएगा. (CM Shivraj violated code of conduct)