भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधानसभा उपचुनाव की शुरूआत बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना के बाद कर दी है. बताया जा रहा है कि उपचुनाव से पहले कांग्रेस नेता पीताम्बरा पीठ भी जाएंगे. इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर तंज कसा है.
उन्होंने कहा कि चुनाव भगवान के आशीर्वाद के साथ-साथ जनता के आशीर्वाद से जीते जाते हैं और जनता का आशीर्वाद उन्हीं को मिलता है, जो जनता के लिए बेहतर काम करते हैं. मुख्यमंत्री ने कांग्रेस द्वारा ग्वालियर में चुनाव कार्यालय बनाए जाने को लेकर कहा कि कांग्रेस एक बेहतर कार्यालय नहीं बना सकती है, इसलिए उन्हें 3-3 कंट्रोल रूम बनाने पड़ रहे हैं.
कांग्रेस का पूरा फोकस ग्वालियर-चंबल की सीटों पर
24 सीटों पर होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव की 16 सीटें ग्वालियर-चंबल इलाके की हैं. कमलनाथ का फोकस इन्हीं सीटों पर है. ग्वालियर चंबल-अंचल की ये सीटें ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रभाव वाली मानी जाती हैं. सिंधिया के बीजेपी में जाने के बाद इन सीटों पर कांग्रेस का संगठनात्मक ढांचा चरमरा गया है. इसे देखते हुए कांग्रेस ने उपचुनाव तक पार्टी का चुनाव मुख्यालय भोपाल के स्थान पर ग्वालियर में बनाने का निर्णय किया है, ताकि क्षेत्र की हर सीट पर बारीकी से नजर रखी जा सके.
माना जा रहा है कि 20 जुलाई से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी ग्वालियर में ही डेरा डालेंगे. कमलनाथ ने चुनावी आगाज उज्जैन में बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना कर शुरू कर दिया है.