भोपाल/दुर्ग। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोती लाल वोरा के निधन से राजनीतिक जगत में शोक की लहर है, उन्हे छत्तीसगढ़ के दुर्ग में अंतिम विदाई दी जा रही है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए दुर्ग पहुंचे हैं, इस दुख की घड़ी में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत देश भर के नेताओं ने शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं और कई दिग्गज उनके अंतिम दर्शन के लिए दुर्ग पहुंच रहे हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा ने दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में अंतिम सांस ली. मोतीलाल वोरा 92 वर्ष के थे और एक दिन पहले ही उन्होंने अपना 93वां जन्मदिन मनाया था. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत अन्य कांग्रेस नेताओं ने शोक व्यक्त किया. 92 साल की उम्र में मोतीलाल वोरा का निधन हुआ है.
वयोवृद्ध कांग्रेस नेता मोतीलाल ने एक दिन पहले 20 दिसंबर को 92वे वर्ष के हुए थे. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वोरा का जन्म 20 दिसंबर 1928 को हुआ था. वोरा दो बार (1985 से 1988 और जनवरी 1989 से दिसंबर 1989 तक) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. वोरा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शोक व्यक्त किया है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोक व्यक्त किया
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शोक व्यक्त किया है.सीएम शिवराज सिंह ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लोगों ने अपना प्रिय मुख्यमंत्री खो दिया.
मध्य प्रदेश के मंत्री से मुख्यमंत्री तक का सफर
मोतीलाल वोरा 13 मार्च 1985 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. 13 फरवरी 1988 तक करीब 3 साल मुख्यमंत्री रहे. 14 फरवरी 1988 में केंद्र के स्वास्थ्य परिवार कल्याण और नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार संभाला. अप्रैल 1988 में वोरा राज्यसभा के लिए चुने गए. जनवरी 1989 से दिसंबर 1989 तक रहे दूसरी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. 26 मई 1993 से 3 मई 1996 तक उत्तरप्रदेश के राज्यपाल रहे. उनके राज्यपाल रहते हुए 1995 में यूपी गेस्टहाउस कांड हुआ था. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने राजभवन में धरना दिया था और सपा सरकार को भंग करने की मांग की थी.