भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी में इन दिनों सियासी पारा गर्म है. सियासत अब व्यापारिक संगठनों में देखी जा रही है. राजधानी के बड़े व्यापारिक संगठन भोपाल चेंबर ऑफ कॉमर्स के चुनाव आगामी 8 जनवरी को होने जा रहे हैं. इसके साथ ही 12 जनवरी को श्री सर्राफा एसोसिएशन भोपाल के चुनाव होने हैं. फिर इसी माह के आखिरी हफ्ते में न्यू मार्केट व्यापारी महासंघ के चुनाव होना लगभग तय है. इन सभी व्यापारिक संगठनों के चुनाव को लेकर भले ही सामने से कोई राजनीतिक दल दिखाई नहीं दे रहा हो, लेकिन अंदरूनी तौर पर सभी में इनकी दखलअंदाजी साफ तौर पर देखी जा सकती है. (business traders associations election in bhopal)
6 महीने बाद हो रहे भोपाल चेंबर ऑफ कॉमर्स के चुनाव
राजधानी के प्रतिष्ठापूर्ण व्यापारिक संगठन भोपाल चेंबर ऑफ कॉमर्स के चुनाव को लेकर 6 जुलाई 2021 को अधिसूचना जारी हुई थी.लेकिन करीब 6 महीने तक चुनाव टलते रहे. अब जाकर 8 जनवरी को यह चुनाव होंगे. इसमें तेज कुल पाल सिंह पाली के नेतृत्व वाला प्रगतिशील पैनल और आलोक पंचरतन का सद्भावना पैनल चुनाव मैदान में है. इस चुनाव में 1950 वोटर मतदान करेंगे. अध्यक्ष पद के उम्मीदवार तेज कुल पाल सिंह पाली का कहना है कि उन्होंने व्यापारियों के जीएसटी से लेकर अन्य सभी समस्याओं को लेकर लगातार संघर्ष किया है.
वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल 6 साल
भोपाल चेंबर ऑफ कॉमर्स का गठन 1962 में हुआ था, जिसमें 1950 व्यापारी सदस्य हैं. 3 साल के लिए कार्यकारिणी का गठन होता है. जानकारी के मुताबिक 2018 में चुनाव होने थे, लेकिन 1 साल का कार्यकाल बढ़ाया गया .फिर कोरोना के चलते चुनाव नहीं हो सके . 6 साल का कार्यकाल वर्तमान कार्यकारिणी का हो चुका है. सर्राफा एसोसिएशन के चुनाव 12 जनवरी को होना तय हुए हैं. चुनाव में दो पैनल चुनाव मैदान में हैं. एक पैनल नरेश अग्रवाल और दूसरा शशि भूषण जौहरी का है. श्री सराफा एसोसिएशन राजधानी भोपाल की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठा पूर्ण संस्था है. इसमें 250 सदस्य हैं, जो अपने नए अध्यक्ष का चुनाव करेंगे. एसोसिएशन के प्रवक्ता नवनीत अग्रवाल का कहना है कि हमारी संस्था सर्राफा कारोबारियों के इसके लिए लगातार काम कर रही है. नई कार्यकारिणी भी इस बात का ध्यान रखेगी. (traders election bjp congress behind curtain bhopal )
न्यू मार्केट व्यापारियों में दो फाड़
न्यू मार्केट व्यापारी महासंघ के चुनाव इसी महीने के अंतिम सप्ताह में किये जाने की तैयारी है. व्यापारी महासंघ के पदाधिकारियों द्वारा नगर निगम प्रशासन से व्यापारियों की समस्याओं को सही तरीके से ना रख पाने के चलते व्यापारिक संगठन में दो फाड़ हो गए हैं. कुछ व्यापारियों ने एक नया संगठन न्यू मार्केट व्यापारी संघ बना लिया है.बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में एक और नए संगठन का उदय हो सकता है. ऐसे में मार्केट व्यापारियों के तीन संगठन अस्तित्व में आ जाएंगे, हालांकि पुराने व्यापारी इन संगठनों को एक करने की जुगत में लगे हुए हैं.
पर्दे के पीछे सियासत
व्यापारिक संगठनों के चुनाव भले ही व्यापारिक मुद्दों पर होते हैं, लेकिन पर्दे के पीछे सियासत का सिलसिला चल रहा है. सभी व्यापारिक संगठनों में कांग्रेस और बीजेपी की विचारधारा वाले व्यापारियों का बोलबाला है. जो पिछले कुछ दिनों से सक्रिय नजर आ रहे हैं. व्यापारियों का एक धड़ा भोपाल चेंबर ऑफ कॉमर्स के चुनाव कराने को लेकर हर तरह की जोर आजमाइश कर रहा है. दूसरा धड़ा चुनाव टालने के लिए नए पैंतरे अपना रहा है. इसी तरह सर्राफा एसोसिएशन और न्यू मार्केट व्यापारी महासंघ में भी पर्दे के पीछे की राजनीति चल रही है.