भोपाल: कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार बड़ी संख्या में लोग नए साल का जश्न नेशनल टाइगर रिजर्व में मनाएंगे नए साल का जश्न प्राकृतिक सौंदर्य और टाइगर की दीदार के लिए बड़ी संख्या में लोग नेशनल पार्कों की ओर रुख कर रहे हैं यही वजह है कि प्रदेश के टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की बुकिंग फुल हो चुकी है. इन पार्कों के आस-पास के रिसॉर्ट और होटल्स की एडवांस बुकिंग भी हो चुकी है. उम्मीद जताई जा रही है कि पिछले साल की अपेक्षा इस बार 15 फीसदी ज्यादा पर्यटक यहां पहुंचेंगे.
यह है टाइगर रिजर्व की स्थिति
कोरोना के प्रोटोकॉल के बीच मध्य प्रदेश के टाइगर रिजर्व में नए साल के जश्न पर बड़ी संख्या में सैलानी जुटेंगे, मध्य प्रदेश के कान्हा और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व को लेकर पर्यटकों की सबसे ज्यादा रुचि दिखाई जा रही है, कान्हा टाइगर रिजर्व में 7 जनवरी तक बुकिंग फुल है. ऐसी ही स्थिति बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की है. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व 3 जनवरी तक बुकिंग फुल है. 292 किलोमीटर दायरे में फैले पेंच टाइगर रिजर्व में 3 जनवरी तक बुकिंग फुल बताई जा रही है. पेंच टाइगर रिजर्व में टाइगर की संख्या 87 है. पन्ना टाइगर रिजर्व में भी बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं, यहां 2 जनवरी तक बुकिंग फुल है. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में भी 26 से 1 जनवरी तक बुकिंग फुल है. यही स्थिति संजय गांधी टाइगर रिजर्व में भी है, यहां 4 जनवरी तक बुकिंग फुल हो चुकी है.
नए साल से टूरिज्म इंडस्ट्री को मिली राहत
कोरोना संक्रमण काल में टूरिज्म इंडस्ट्री को बड़ा झटका लगा था नए साल के जश्न ने टूरिज्म सेक्टर को खासी राहत दी है. टाइगर रिजर्व में लगभग सभी होटल्स की एडवांस बुकिंग हो चुकी है. इसके अलावा मांडू, मड़ई, बरगी, सैलाना, ओमकारेश्वर, महेश्वर, गांधी सागर, खजुराहो सहित अन्य पर्यटन स्थलों के होटल्स खाली नहीं हैं. न्यू ईयर के पीक सीजन में कई डेस्टिनेशंस के होटल्स ने रूम का किराया भी बढ़ा दिया है.
आस-पास के पर्यटक ही पहुंच रहे
पर्यटन स्थलों पर कोरोना संक्रमण की वजह से मध्य प्रदेश के बाहर से आने वाले पर्यटकों की संख्या पिछले सालों की अपेक्षा कम है अधिकांश पर्यटक मध्य प्रदेश और आसपास के इलाकों की ही पहुंच रहे हैं सुनील नोटानी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी, ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के संचालक के मुताबिक नए साल पर नेशनल पार्क, पचमढ़ी, मांडू सहित प्राकृतिक स्थलों के आसपास के टूरिस्ट स्पॉट पर मौजूद रिसॉर्ट पूरी तरह से बुक हो चुके हैं कोरोना काल के बाद लोगों का टूरिस्म का ट्रेंड बदला है अब लोग बड़े शहरों के होटल के स्थान पर प्राकृतिक स्थलों पर जाना पसंद कर रहे हैं.