भोपाल। दीवाली के त्योहार पर सरकारी कर्मचारियों को बोनस ना दिए जाने का विरोध शुरू हो गया है. कमलनाथ सरकार के खिलाफ सद्भावना अधिकार मंच ने शाम सात नंबर चौराहे पर प्रदर्शन करते हुए मांग की है कि सरकारी कर्मचारियों को दीवाली से पहले बोनस देना चाहिए ताकि सभी कर्मचारियों की दीपावली अच्छे से मन सके. बीजेपी ने कमलनाथ सरकार की दमनकारी नितियों और हर वर्ग के साथ कि जा रही वादा खिलाफी के विरोध में झुनझुना बजाकर ये अनूठा प्रदर्शन किया है.
इस दौरान बीजेपी प्रवक्ता और सद्भावना अधिकार मंच के संयोजक दुर्गेश केसवानी ने कहा कि कमलनाथ सरकार कर्मचारियों को उन्हीं का वेतन 4 दिन पूर्व देकर अपनी पीठ थपथपा रही है, लेकिन इस सरकार को कर्मचारियों को बोनस देना चाहिए था. प्रदेश के किसानों का कर्जमाफ कर मुआवजे की राशि उनके खाते में डालकर, बेरोजगार युवाओं के खाते में प्रतिमाह 4 हजार रुपये डालकर, कन्याओं के खाते में 51 हजार रुपये डालकर एवं प्रदेश की जनता को दिये गये वचनों को निभाकर उनकी दिवाली को सार्थक करना चाहिए था लेकिन इस सरकार की दमनकारी नितियों के वजह से प्रदेश की साढे़ सात करोड़ जनता त्राहि-त्राहि कर रही है.
बीजेपी प्रवक्ता महेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार जिन वचनों को देकर अस्तित्व में आयी थी, आज प्रत्येक वचन को भंग करने का काम कर रही है. किसान, नौजवान, कर्मचारी, महिला सहित हर वर्ग अपने आपको ठगा महसूस कर रहा है. प्रदेश की सरकार ने सभी वर्गों को वचन के नाम पर झुनझुना पकड़ाने का जो कुत्सित प्रयास किया है, सदभावना अधिकार मंच इसकी कड़ी निंदा करता है. सरकार को चाहिए अपने हर वचन को वास्तविकता के धरातल पर लाने का प्रयास करे ताकि जनता को राहत मिल सके.