भोपाल। झाबुआ से बीजेपी सांसद जीएस डामोर(bjp mp gs damor) मंगलवार को अपने बयान पर सफाई देने बीजेपी दफ्तर पहुंचे थे. डामोर के खिलाफ घोटाले के मामले में कोर्ट ने एफआईआर दर्ज किए जाने के आदेश दिए हैं. इसी मामले में वे प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत से मिलना चाहते थे लेकिन पार्टी और संगठन के नेताओं ने उन्हें मिलने का समय नहीं दिया. इसी दौरान मीडिया के कैमरों को देखते (gs damor ran after seeing media) ही सांसद जी ने दौड़ लगा दी और वहां से भागते हुए नजर आए.
बीजेपी दफ्तर में सांसद की भागमभाग
पीएचई के ईएनसी रहने के दौरान उन पर 600 करोड के घोटाले का आरोप है. इसी मामले में कोर्ट ने पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. इसके बाद से यह मामला चर्चा में है. अलीराजपुर के न्यायिक मजिस्ट्रेट अमित जैन ने 600 करोड़ से ज्यादा के घोटाला मामले में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिए हैं. मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद पुलिस ने सांसद गुमानसिंह डामोर और अलीराजपुर के पूर्व कलेक्ट गणेश शंकर मिश्रा समेत पीएचई के कार्यपालन यंत्री डीएल सूर्यवंशी, सुधीर कुमार सक्सेना और अन्य अधिकारियों और नेताओं के खिलाफ धारा 197, 217. 269, 403, 406 409 एवं 420 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है. यह घोटाला खरीदी के मामले से जुड़ा हुआ है.
यह है मामला
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के चीफ इंजीनियर के पद से सेवानिवृत्त हुए बीजेपी सांसद डामोर पर फ्लोरोसिस नियंत्रण परियोजना में कार्यपालन यंत्री रहते हुए 600 करोड़ के घोटाले के आरोप हैं. आलीराजपुर न्यायिक मजिस्ट्रेट ने मामले में लिप्त आरोपियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया है. था। इस पर पुलिस ने सांसद गुमान सिंह डामोर, तत्कालीन कलेक्टर, पीएचई के कार्यपालन यंत्री सहित अन्य अधिकारियों और नेताओं के खिलाफ एफआईआ दर्ज कर ली है. इसी मामले में पूछताछ के लिए सांसद को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने तलब किया था, लेकिन यहां पहुंचने पर पार्टी के बड़े नेताओं ने उनसे किनारा कर लिया और डामोर को मिलने का टाइम नहीं दिया.