भोपाल। देश की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली बीजेपी आज अपना 40वां स्थापना दिवस मना रही है. कभी दो सांसदों वाली बीजेपी देश के सियासी इतिहास में राजनीतिक उतार-चढ़ाव के दौर से गुजरते हुए सत्ता के शिखर पर मौजूद है. देश के 17 राज्यों में अपनी या गठबंधन की सरकार चला रही बीजेपी का परचम मध्य प्रदेश में भी लहरा रहा है.
कभी कांग्रेस का मजबूत गढ़ रहा मध्य प्रदेश, अब बीजेपी का मजबूत किला माना जाता है, जहां स्थापना के बाद से बीजेपी 8 बार सत्ता संभाल चुकी है. आज हम आपको मध्य प्रदेश के उन मुख्यमंत्रियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने मध्य प्रदेश में बीजेपी की तरफ से सत्ता संभाली. कैलाश जोशी ने जिस सफर की शुरुआत बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री के तौर पर मध्य प्रदेश में की थी, सूबे के वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उसे आज आगे बढ़ा रहे हैं. मध्य प्रदेश में अब तक बीजेपी के 6 मुख्यमंत्री बने हैं.
कैलाश जोशी
जी हां कैलाश जोशी मध्य प्रदेश में बीजेपी की तरफ से पहले मुख्यमंत्री बने थे. हालांकि तब बीजेपी को जनसंघ के नाम से जाना जाता था. कैलाश जोशी 26 जून 1977 से 17 जनवरी 1978 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. कैलाश जोशी मध्य प्रदेश में बीजेपी के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री बने थे. कैलाश जोशी बीजेपी के दिग्गज नेता माने जाते थे. वे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष, लोकसभा सांसद भी बने.
वीरेंद्र कुमार सकलेचा
कैलाश जोशी के बाद वीरेंद्र कुमार सकलेचा 18 जनवरी 1978 से 17 जनवरी 1980 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. वीरेंद्र कुमार सकलेचा का जन्म इंदौर के महू में हुआ था. सकलेचा बीजेपी में कई अहम पदों पर रहे. प्रदेश में बीजेपी का इस ऊंचाईयों तक पहुंचाने में उनका बड़ा योगदान माना जाता है.
सुंदरलाल पटवा
सुंदरलाल पटवा ने दो बार बीजेपी की तरफ से प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली. वे पहली बार 20 जनवरी 1980 से 17 फरवरी1980 तक मुख्यमंत्री बने. तो 5 मार्च 1990 से 15 दिसंबर 1992 तक पटवा ने दूसरी बार प्रदेश की सत्ता संभाली. सुंदर लाल पटवा बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे. प्रदेश में बीजेपी का मजबूत संगठन खड़ा करने में उनका अहम योगदान माना जाता है.
उमा भारती
उमा भारती ने बीजेपी की तरफ से चौथी बार सूबे की कमान संभाली. वे 8 दिसंबर 2003 से 23 अगस्त 2004 तक प्रदेश की मुख्यमंत्री रही. उमा भारती प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री भी बनी थी. प्रदेश में बीजेपी की सत्ता वापसी कराने में उमा भारती का अहम योगदान माना जाता है. उमा भारती पार्टी में अहम पदो के साथ केंद्रीय मंत्री तक के पद संभाल चुकी है.
बाबूलाल गौर
उमा भारती के बाद बीजेपी ने बाबूलाल गौर को सूबे की कमान सौंपी. गौर 23 अगस्त 2004 से 29 नवंबर 2005 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. बाबूलाल गौर के नाम मध्य प्रदेश में सबसे लंबे समय तक विधायक रहने का रिकार्ड है वे लगातार 9 बार तक विधायक रहे.
शिवराज सिंह चौहान
बाबूलाल गौर के बाद बीजेपी ने मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान को गद्दी सौंपी. जो अब तक इस पद पर आसीन है. शिवराज चार बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बन चुके हैं. 29 नवंबर 2005 से 12 दिसंबर 2008 तक शिवराज पहली बार मुख्यमंत्री बने. तो 12 दिसंबर 2008 से 9 दिसंबर 2013 तक दूसरी बार, 14 दिसंबर 2013 से 12 दिसंबर 2018 तक तीसरी बार मुख्यमंत्री बने. जबकि 24 मार्च 2020 को चौथी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली. शिवराज सिंह चौहान प्रदेश ने प्रदेश में अब तक सबसे ज्यादा चार बार मुख्यमंत्री बनने का रिकार्ड भी अपने नाम कर लिया है. तो सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम है.