भोपाल। मध्य प्रदेश में इस बार नौतपा (Nautpa) का असर देखने को नहीं मिलेगा. सामान्य दिनों में नौतपा के समय मध्य प्रदेश में औसतन तापमान 40 से 45 डिग्री सेल्सीयस तक पहुंच जाता है. लेकिन इस बार 'तौकते तूफान' के कारण प्रदेश में नौतपा का असर कम हो जाएगा. मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि तौकते तूफान का असर मध्य प्रदेश में 16 मई से शुरु हुआ है. जो 19 मई तक रहेगा और 20 मई के बाद यह कमजोर हो जाएगा. माना जा रहा है कि तूफान का असर तो कम हो जाएगा, लेकिन मौसम में नमी बनी रहेगी, और नौतपा का असर कम हो जाएगा. अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार नौतपा में तापमान लगभग 5 से 6 डिग्री तक कम रहेगा. मौसम विभाग ने प्रदेश के 13 जिलों में ऑरेंज अलर्ट किया है.
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- तौकते के असर के बाद मानसून की आहट
मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि तौकते तूफान के टल जाने के बाद मध्य प्रदेश में मानसून की आहट महसूस होने लग जाएगी. इस बार एक जून को केरल में मानसून दस्तक दे देगा. इसके बाद महाराष्ट्र से होते हुए मानसून मध्य प्रदेश में 15 जून तक दस्तक दे देगा. मध्य प्रदेश में मई के अंत में नौतपा आता है, लेकिन इस बार 20 मई को तौकते तूफान के खत्म होने के बाद भी मौसम में लगभग जून तक नमी बनी रहेगी. इस कारण नौतपा का असर कम हो सकता है.
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- प्रदेश के 13 जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने प्रदेश के 13 जिलों में भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए नरसिंहपुर, सागर, रायसेन, राजगढ़, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, शाजापुर, आगर, नीमच और मंदसौर जिलों में भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विज्ञानियों के अनुसार इन जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है. इसके साथ मौसम विभाग ने जबलपुर, शहडोल, सागर, रीवा, इंदौर, उज्जैन, भोपाल, होशंगाबाद, ग्वालियर और चंबल संभागों में गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना जताई है.
- पिछले साल निसर्ग और अम्फान का था असर
2020 में भी निसर्ग और अम्फान तूफान के कारण बंगाल, महाराष्ट्र और गुजरात के साथ मध्य प्रदेश में भी नौतपा का असर कम हुआ था. पिछले साल मई के अंत में बंगाल की खाड़ी में अम्फान और 31 मई को महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों में निसर्ग तूफान टकराया था. इस कारण मध्य प्रदेश के कई जिलों में नौतपा के दौरान तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस की कमी आई थी. इस बार भी तौकते तूफान के कारण नौतपा के तपने की आशंका कम है.