भोपाल(Bhopal)। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में वैक्सीनेशन महाअभियान (Vaccination Maha Abhiyaan) का एक और चरण आज होगा. जिसका नाम 'कोई भी ना छूटे' दिया गया है. इसके तहत कोई भी व्यक्ति पहला डोज लगाने से न छूटे इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा. स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए तमाम तैयारियां भी कर ली हैं. प्रदेश के तमाम सेंटरों पर वैक्सीन की व्यवस्था की गई है. उम्मीद है कि इस अभियान में 25 लाख से अधिक लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा. एनएचएम डायरेक्टर (NHM Director) संतोष शुक्ला ने बताया कि 30 सितंबर के बाद फ्री टीका बंद होने की जो बात आई थी वह पूर्ण रूप से अफवाह है.
सीएम शिवराज ने दिलाया था संकल्प
मुख्यमंत्री ने आगामी 27 सितंबर को वैक्सीनेशन महाअभियान चलाकर शत-प्रतिशत पात्र लोगों को वेक्सीन का फर्स्ट डोज लगाने के लिए कहा था. सीएम ने प्रदेश के सभी जनप्रतिनिधियों को अभियान को सफल करने का संकल्प भी दिलाया था. ऐसे में 27 सितंबर को एक बार फिर मध्यप्रदेश में वैक्सीनेशन महाअभियान होने जा रहा है. इस अभियान के लिए स्वास्थ्य विभाग और एनएचएम ने पूरी तैयारी कर ली है.
स्वास्थ्य विभाग की तैयारी पूरी
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, अभी कोरोना संक्रमण कंट्रोल में है, लेकिन खतरा टला नहीं है. आमजन को मास्क के प्रयोग के लिए सजग करना आवश्यक है. प्रदेश में 85 प्रतिशत से अधिक लोगों को वेक्सीन लग गया है. गांव-गांव में प्रचार भी किया जा रहा है, ताकि लोग नजदीकी सेंटरों में जाकर टीका लगवाएं. एनएचएम डायरेक्टर संतोष शुक्ला के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग तैयारी पूरी हो गई है. लोगों से भी अपील की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में वह इस अभियान में शामिल हो.
एमपी में नहीं थम रहा कोरोना, 24 घंटे में 16 नए पॉजिटिव मामलों की पुष्टि
30 सितंबर के बाद नहीं बंद होगा फ्री-वैक्सीनेशन
NHM डायरेक्टर संतोष शुक्ला के अनुसार, 30 सितंबर के बाद भी फ्री-वैक्सीनेशन बंद नहीं होगा. दरअसल कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर फ्री वैक्सीनेशन बंद होने का मैसेज वायरल हो रहा था, जिसपर NHM डायरेक्टर ने यह बयान दिया. संतोष शुक्ला ने अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी बात कही है. उन्होंने कहा कि फ्री-वैक्सीनेशन आगे भी जारी रहेंगी.
पहले डोज पर फोकस, कोई भी ना छूटे
मध्य प्रदेश में 27 सितंबर को होने वाले वैक्सीनेशन महाअभियान में पहले डोज पर फोकस किया गया है. इस अभियान को नाम दिया गया है 'कोई भी ना छूटे'. जिसके तहत हर व्यक्ति को पहला डोज लगाने में प्राथमिकता दी जा रही है. मध्य प्रदेश में 6 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन लग चुका है.