भोपाल। स्कूल बस में बच्ची से की गई दरिंदगी के मामले को लेकर अभिभावकों का गुस्सा जारी है. इसके बाद भी ये माता पिता फिलहाल अपने बच्चों का स्कूल बदलने के पक्ष में नहीं हैं. इनमें ज्यादातर उन बच्चों के अभिभावक है, जो उसी बस से स्कूल जाते थे. जिसमें मासूम बच्ची के साथ वारदात हुई थी. पुलिस के पास पहुंचे इन पैरेन्ट्स से भी ये कहा गया है कि वो बच्चों से बातचीत कर पता करें. कहीं उनके साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार तो नहीं हुआ. इस घटना के बाद स्कूल में हुई पैरेन्ट्स टीचर्स मीटिंग में ये मांग भी उठी कि बच्चों की लाइव स्ट्रीमिंग का पैरेन्ट्स के पास एक्सेस होना चाहिए. (Bhopal child rape driver bad touch every child)
बाकि बच्चों के साथ तो नहीं हुआ बैड टचः जिस स्कूल बस में बच्ची के साथ वारदात हुई, उसी बस में उसी उम्र के बाकी बच्चों के साथ ड्राइवर का क्या बर्ताव था. पुलिस की पड़ताल का फोकस अब इस पर है कि ड्राइवर के गंदे मंसूबों की शिकार वो बच्ची अकेली थी या और बच्चों से भी उसने ज्यादती की है. पुलिस से मुलाकात के लिए पहुंचे पैरेन्टस से भी ये कहा गया है कि वो घर में बच्चों से पूंछे कि कहीं उनकी बेटी या बेटे के साथ तो इस तरह की कोई घटना तो नहीं हुई. हालांकि घटना के प्रकाश में आने के बाद से ही पैरेन्ट्स सचेत हैं. वह बच्चों से लगातार इस बारे में पूछताछ कर रहे है. पुलिस से मुलाकात करने गई एक अभिभावक ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि उस घटना के बाद से ही हम अपनी बेटी से पूछ रहे हैं कि बैड टच की कोई घटना उसके साथ तो नहीं हुई है. (MP crime news child rape parents live streaming)
स्कूल बदलने का विचार नहींः इस पूरे मामले में स्कूल प्रबंधन की लापरवाही को लेकर तो पैरेन्ट्स खासे नाराज हैं. बावजूद इसके वह अपने बच्चों को स्कूल से निकालने की बात नहीं कर रहे हैं. एक अन्य पैरेन्ट नाम ना छापने की शर्त पर बताते हैं कि इस घटना के लाइमलाईट में आने के बाद से स्कूल प्रबंधन ने बस में अपने टीचर की भी ड्यूटी लगा दी है. दूसरा जो स्कूल का टीचिंग स्टॉफ है उससे हम पूरी तरह संतुष्ट है. स्कूल प्रबंधन ने जो इस बेहद संवेदनशील मामले में लापरवाही की है उससे नाराजगी बेशक है. पैरेन्ट्स टीचर्स मीट में भी कई अभिभावकों ने इसके बाद बच्चों की सुरक्षा का मुद्दा खास तौर पर उठाया. और यहां तक की बात की अब स्कूल में और स्कूल बस में बच्चा कहां क्या कर रहा है इसकी लाइव स्ट्रीमिंग होनी चाहिए. जिससे स्कूल में होने के बावजूद माता पिता की निगाह बच्चे पर बनी रहे. (MP Bhopal child rape case crime news)