भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद कांग्रेस के तीन और विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. पिछले एक हफ्ते में सुमित्रा कास्डेकर और नारायण पटेल ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थामा है. यह दोनों पूर्व कांग्रेस विधायक निमाड़ अंचल से आते हैं और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे अरुण यादव के करीबी हैं. इन विधायकों के कांग्रेस छोड़ने और सियासी गलियारों में अरुण यादव की बीजेपी में शामिल होने खबरें सियासत में चल रही हैं. इसी मुद्दे पर अरुण यादव ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि यह सभी खबरें निराधार हैं. वह हमेशा कांग्रेस में रहेंगे.
अरुण यादव ने कहा कि कांग्रेस छोड़ने वाले यह दोनों विधायक उनके करीबी साथी थे. उन्हें उनके पार्टी छोड़ने का दुख है. अरुण यादव ने कहा कि वह समझते हैं कि देश और प्रदेश में बीजेपी खरीद-फरोख्त का खेल रही है. वह सरकारें जिन्हें जनता ने चुनकर बनाया है, चाहे राजस्थान की हो कर्नाटक की हो या मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार उसे बीजेपी ने गिराया है. कांग्रेस कमलनाथ के नेतृत्व में प्रदेश की सेवा कर रही थी. लेकिन बीच में इस तरह का खेल करके चुनी हुई सरकार को खरीद फरोख्त करके गिराया गया है.
मैं कांग्रेस का सिपाही हूं
वहीं सियासी गलियारों में अरुण यादव के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के सवाल पर उन्होंने कहा यह सरासर गलत खबरें हैं. उन्होंने कहा कि अरुण यादव कांग्रेस का सच्चा सिपाही है. मुझे गर्व है कि मेरे पूरे परिवार को कांग्रेस ने बहुत कुछ दिया है. मैं कांग्रेस का सेवक हूं और कांग्रेस की सेवा जीवनभर करता रहूंगा.
पूरी तरह मजबूत है कांग्रेस
वहीं विधायकों के एक एक करके कांग्रेस छोड़ने के कारण संगठन और कार्यकर्ताओं में आ रही निराशा के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस का कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में मजबूती से खड़ा हुआ है. क्योंकि वह जान रहा है और क्षेत्र की जनता ने एक विधायक को 2018 में चुनकर भेजा था. वह हमारा काम करेगा. उसी विधायक ने जनता के साथ धोखा किया, कांग्रेस पार्टी के साथ धोखा किया. उपचुनाव में जनता उनको सबक सिखाएगी. जनता कांग्रेस के पक्ष में वोट करेगी और मध्यप्रदेश में हम फिर से सरकार बनाएंगे.