भोपाल। इसमें दो राय तो हो ही नहीं सकता कि, चुनाव आने के पहले ही कांग्रेसी मुद्दों को उठाने का भरसक प्रयास करते हैं. भले ही शोसल मीडिया का ही सहारा क्यों ना हो, लेकिन यह प्रयास किस हद तक सफल रहता है यह चुनाव परिणाम आने के बाद सबको पता चल ही जाता है. कांग्रेस पार्टी के नेता बीजेपी सरकार पर हमलावर होने का कोई मौका नई छोड़ रए. इनकी धार इतनी तेज है कि, एक नहीं दो नहीं तीन-तीन प्रवक्ता एक ही मुद्दे को अपने अपने अंदाज में पेले जा रिए हैं.
एक दूसरे की चुगलियां: पीसीसी की दीवारों ने जो चुगली की है. उससे सुनने में आ रिया है कि, प्रेस कान्फ्रेंस को लेकर कांग्रेस प्रवक्ताओं में खींचतान होने लगी है. आए दिन प्रवक्ताओं के लड़ाई झगड़े सामने आ रिए हैं. अमूमन बीजेपी और बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले प्रवक्ता एक दूसरे की चुगलियां ऊपर तक पहुंचाने लगे, लेकिन सुनने में आ रिया है कि, मैनेजमेंट के माहिर कमलनाथ ने इसका भी तोड़ लिया निकाल लिया है. (Andar Ki Laye Hain) (MP Political Gossips).
प्रवक्ताओं को सलाह: उड़ती उड़ती कुछ बातें सुनने में आई हैं कि, कांग्रेस के अंदर अब प्रवक्ताओं का रोस्टर बन गया हे कि, कौन कब मीडिया से मुखातिब होगा. ताकि हम पहले हमले की लड़ाई पर फुलस्टॉप लगाया जा सके. वैसे सुनने में ये आया है कि कांग्रेस प्रवक्ताओं को ये सलाह भी दी जा रही है कि, अब जब चुनाव में साल भर का वक्त बचा है तो इन बयानवीरों को चाहिए कि, सीएम शिवराज समेत बीजेपी नेताओं की तस्वीरें बांटने के बजाए ऐसे मुद्दे लेकर जनता के बीच आएं जिसके बाद कांग्रेस की खोई ताकत जनता के बीच लौटाई जा सके.
वैधानिक चेतावनी: कृपया ध्यान दें, इस सेग्मेंट में किसी भी नेता और अधिकारी के निजी जीवन से कोई लेना देना नहीं है, यह आर्टिकल मध्य प्रदेश के ब्यूरोक्रेट्स और राजनेताओं की गॉसिप्स है. (Andar Ki Laye Hain) (MP Political Gossips).