कोटा\भोपाल। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बाद अब मध्यप्रदेश सरकार ने भी कोटा में रहकर कोचिंग कर रहे छात्रों को वापस लाने के लिए बसें भेजी है. 143 बसें कोटा पहुंच गई हैं. जिन्हें कोटा जिले की सीमा के बाहर रोका गया है. सभी बसें बोरखंडी के नजदीक हाथीखेड़ा गांव से लेकर फोरलेन हाइवे पर खड़ी है.यहां से इन बसों को कोटा जिला प्रशासन की तरफ से तय किए गए तीन स्टॉपेज पर भेजा जाएगा, जिनमें 50 को झालावाड़ रोड पर कंट्री इन होटल के नजदीक खड़ा किया जाएगा. इसके अलावा 50 बसों को लैंडमार्क सिटी भेजा जा रहा है. बची हुई बसों को सीएडी मैदान में खड़ा किया जाएगा.
कोटा में फंसे MP के छात्रों को लाने के लिए 150 बसें हुई रवाना
इन बसों को वापस भेजने का क्रम बुधवार सुबह 11 बजे से शुरू होगा, मध्य प्रदेश के करीब 4 हजार कोचिंग छात्र कोटा की कोचिंग संस्थानों में पढ़ते हैं, जोकि अलग-अलग जिलों और शहरों के निवासी हैं. बसों को साथ लेकर आए मध्य प्रदेश सरकार के अधिकारियों का कहना है कि बसों में सोशल डिस्टेंसिंग बनाते हुए छात्रों को रवाना किया जाएगा. इनके साथ एक-एक पुलिसकर्मी भी बसों में मौजूद रहेंगे.
यहां के छात्रों की होगी घर वापसी
- शिवपुरी वाली बसों में छतरपुर, दतिया, ग्वालियर, पन्ना, रीवा, सतना, शिवपुरी, सीधी, सिंगरौली और टीकमगढ़ के छात्र जाएंगे. आगर वाली बस में बड़वानी, बुरहानपुर, देवास, इंदौर, खंडवा, खरगोन, शाजापुर और उज्जैन के बच्चे बैठेंगे.
- इसी तरह राजगढ़ की बसों में बालाघाट, बैतूल, भोपाल, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, हरदा, होशंगाबाद, जबलपुर, मंडला, नरसिंहपुर, रायसेन, राजगढ़, सीहोर और सिवनी के बच्चों को भेजा जाएगा.
- गुना की बसों में अनूपपुर, अशोकनगर, दमोह, गुना, कटनी, सागर, शहडोल, उमरिया और विदिशा के बच्चे बैठेंगे.
- नीमच से आने वाली बसों में अलीराजपुर, धार, झाबुआ, मंदसौर, नीमच, रतलाम के छात्र जाएंगे.
- श्योपुर से आने वाली बसों में भिंड, मुरैना और श्योपुर के बच्चे को भेजा जाएगा.