भोपाल। कैदियों को बाहर से सामग्री भेजने पर लगी रोक हटाए जाने की मांग पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने सफाई दी है, उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री से कैदियों को खाना देने की व्यवस्था में बदलाव की नहीं, बल्कि जेल मैनुअल के हिसाब से राशन देने की बात कही थी, वहीं शिवराज सिंह ने कहा कि मैं चिंचित हूं की कांग्रेस के एक विधायक आतंकियों की पैरवी कर रहा है.
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि बीजेपी आरोप लगा रही है कि मैंने सिमी आतंकियों का समर्थन किया है. मैंने कभी आतंकियों का समर्थन नहीं किया. न ही मैंने सिमी आतंकियों को लेकर कुछ कहा था यह सिर्फ बीजेपी का दुष्प्रचार है. साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने कभी अपने बयानों में भी आतंकी शब्द का जिक्र नहीं किया. मैंने सिर्फ जेल मैनुअल के हिसाब से सभी आम कैदियों के लिए धर्म त्यौहार के हिसाब से बाहर से खाद्य सामग्री पर लगी रोक को हटाने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि यह बात कई बार सीएम और जेल डीजी को बता चुका हूं, लेकिन डीजी जेल मेरी बात नहीं मान रहे हैं क्योंकि कुछ अफसर बीजेपी मानसिकता से काम करते हैं.
गौरतलब है कि 31 अक्टूबर को 2016 को सिमी जेलब्रेक घटना के बाद से भोपाल जेल में बाहरी सामग्री पर प्रतिबंध लगा है. सुरक्षा कारणों के चलते बाहर से किसी भी प्रकार की सामग्री अंदर भेजने पर रोक लगाई थी. जिसके बाद से यह नियम अभी तक लागू थी. लेकिन कांग्रेस विधायक की मांग जेल डीजी ने मंजूर कर लिया है. अब कैदियों को बाहर से खाद्य सामग्री भेजी जा सकेगी.
शिवराज सिंह ने कहा कांग्रेस विधायक आतंकियों की कर रहा पैरवी
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के बयान पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि मैंने एक वीडियो देखा जिसमे एक विधायक मुख्यमंत्री को हड़का रहे हैं कि डीजी जेल को हटाओ, नहीं तो देख लेंगे. शिवराज सिंह ने मांग की है कि राहुल गांधी इस पर अपनी राय दें. साथ ही शिवराज सिंह ने कहा कि मैं चिंतित हूं कि कांग्रेस का एक एमएलए आतंकवादी की पैरवी कर रहा है. लेकिन मैं प्रदेश में आतंकवाद को कभी पनपने नहीं दूंगा.
कमलनाथ सरकार के गिरने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम खरीद फरोख्त पर विश्वास नहीं करते. हम सिद्धान्त की राजनीति करते हैं.