सिंगरौली। जिले के नगर पालिक निगम के वार्डों का आरक्षण एक वर्ष में तीन बार किया गया. इस दौरान सभी दलों के नेता उपस्थित रहे. इस आरक्षण में कुछ लोग खुश नजर आए तो कुछ लोगों ने इस पर नाराजगी जाहिर की. हालांकि, इससे कई नेताओं के भाग्य फिर से खुल गए हैं.
![reservation of municipal corporation ward](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10:42:17:1595092337_mp-sin-01-badokaaarakshan-mp10028-sachendra_18072020202937_1807f_1595084377_377.jpg)
अब देखना ये है कि ऐसे नेता फिर से नगर निगम चुनाव में जीत दर्ज करते हैं या नहीं या फिर कुछ दिन के लिए ही इनकी खुशी रहती है. कांग्रेस पार्टी के युवा नेता प्रवीण सिंह चौहान ने नाखुशी जाहिर करते हुए कहा कि एक वर्ष में तीसरी बार नगर निगम के वार्डों का आरक्षण हुआ. पहले कांग्रेस की सरकार ने 50 वार्ड बनाया गया था, जिससे ज्यादा जनप्रतिनिधि चुने जाते थे, शहर का विकास अच्छी तरह से होता, लेकिन भाजपा सरकार फिर बन जाने से वार्ड की संख्या घटाकर 45 कर दिया गया, जो सही नहीं है.
पूर्व पार्षद रजनीश पांडे ने कहा कि हमारा वार्ड सामान्य पुरुष हो गया है, इस बात की उन्हें बहुत खुशी है, चुनाव में उतरेंगे हार-जीत जनता के हाथ में है. यदि जीते तो वार्ड का विकास करेंगे.
निवर्तमान नगर निगम अध्यक्ष चन्दे विश्वकर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं, कुछ दिन के लिए कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी थी, वो मनमानी तरीके से वार्डों का आरक्षण कर रही थी, जो त्रुटि पूर्ण था. इस बार वार्डों का आरक्षण सही तरीके से हुआ है.