टीकमगढ़। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए गए आवास गरीबों के लिए दूर की कौड़ी साबित होते दिख रहे हैं. योजना के तहत बनाए गए मकानों में ना तो पानी की व्यवस्था है और ना ही कोई अन्य सुविधा. हितग्राहियों ने घटिया निर्माण किए जाने के साथ-साथ ठेकेदार पर पैसे मांगने के भी आरोप लगाए हैं.
टीकमगढ़ में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनकर तैयार तो हो गए है लेकिन उन आवासों में ना तो पानी की उचित व्यवस्था है और ना ही बिजली. इसके हितग्रापी ने बताया कि नए आवासों में ना तो पुताई हुई है और ना ही किसी भी प्रकार की कोई सुविधा है. उल्टा ठेकेदार हितग्राहियों से और पैसों की मांग कर रहा है. पार्षद पर आरोप लगाते हुए हितग्राहियों ने कहा कि 'हम लोगों से 2 लाख 25 हजार रुपये ले चुका है इसके बावजूद भी हमारे मकान अब तक तैयार नहीं हुए हैं'.
मामले पर बेलते हुए नगरपालिका परिषद सीएमओ ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना में बीएलसी घटक है, उसका पैसा हितग्राही के खाते में जाता है. जिस चरण का काम पूरा हो जाता है, उस चरण के हिसाब से पैसे डाले जाते है.