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प्राइवेट स्कूलों की मनमानी फीस वसूली को लेकर अभिभावक परेशान, कलेक्टर से की मांग - उज्जैन न्यूज

अभिभावकों का आरोप है कि निजी स्कूल हमसे मनमानी ट्यूशन फीस वसूल रहे हैं कोर्ट के मिनिमम फीस के आदेश के बावजूद ट्यूशन फीस के साथ और भी चार्ज लगाकर हम पर दबाव बनाया जा रहा है.

Parents upset over collection of arbitrary fees of Ujjain private schools, demand from collector
उज्जैन प्राइवेट स्कूलों की मनमानी फीस वसूली को लेकर अभिवावक परेशान, कलेक्टर से की मांग
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Published : Sep 14, 2020, 8:28 PM IST

उज्जैन| कोरोना वायरस के चलते शासन के अगले आदेश तक सरकारी व निजी स्कूल बंद है बच्चों की पढ़ाई का नुकसान ना हो जिसके चलते सभी जगह ऑनलाइन पढ़ाई के आदेश हैं ऐसे में निजी स्कूल संचालकों द्वारा वालों को से मनमानी ट्यूशन फीस वसूलने का दबाव बनाया जा रहा है. जिससे परेशान होकर अभिभावक आज कलेक्टर कार्यालय पहुंचे.यहां शहर में 13 निजी स्कूलों में 24000 अभिभावकों ने कलेक्टर को राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा.

हालांकि इस मामले में हाईकोर्ट के सख्त निर्देश हैं कि कोई भी स्कूल संचालक अभिभावकों से केवल नियमित ट्यूशन फीस ही लें. अभिभावकों का आरोप है कि निजी स्कूल हमसे मनमानी ट्यूशन फीस वसूल रहे हैं कोर्ट के मिनिमम फीस के आदेश के बावजूद ट्यूशन फीस के साथ और भी चार्ज लगाकर हम पर दबाव बनाया जा रहा है. 10वीं और 12वीं के बच्चों को वोट के फॉर्म भी नहीं बढ़ने दिया जा रहे हैं. ऑनलाइन कक्षा में भी बच्चों को दूर किया जा रहा है.

वहीं परिजनों का यह भी कहना है कि लॉकडाउन में बसों का संचालन बंद था जिसके टैक्स भी सरकार ने माफ कर दिए हैं बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं ऐसे में हम क्यों फीस दें. हमने कलेक्टर से मांग की है कि हमें मुख्यमंत्री से मिलवाएं और अगर ऐसा नहीं होता है तो सभी अभिभावक सड़क पर आने में देर नहीं करेंगे.

उज्जैन| कोरोना वायरस के चलते शासन के अगले आदेश तक सरकारी व निजी स्कूल बंद है बच्चों की पढ़ाई का नुकसान ना हो जिसके चलते सभी जगह ऑनलाइन पढ़ाई के आदेश हैं ऐसे में निजी स्कूल संचालकों द्वारा वालों को से मनमानी ट्यूशन फीस वसूलने का दबाव बनाया जा रहा है. जिससे परेशान होकर अभिभावक आज कलेक्टर कार्यालय पहुंचे.यहां शहर में 13 निजी स्कूलों में 24000 अभिभावकों ने कलेक्टर को राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा.

हालांकि इस मामले में हाईकोर्ट के सख्त निर्देश हैं कि कोई भी स्कूल संचालक अभिभावकों से केवल नियमित ट्यूशन फीस ही लें. अभिभावकों का आरोप है कि निजी स्कूल हमसे मनमानी ट्यूशन फीस वसूल रहे हैं कोर्ट के मिनिमम फीस के आदेश के बावजूद ट्यूशन फीस के साथ और भी चार्ज लगाकर हम पर दबाव बनाया जा रहा है. 10वीं और 12वीं के बच्चों को वोट के फॉर्म भी नहीं बढ़ने दिया जा रहे हैं. ऑनलाइन कक्षा में भी बच्चों को दूर किया जा रहा है.

वहीं परिजनों का यह भी कहना है कि लॉकडाउन में बसों का संचालन बंद था जिसके टैक्स भी सरकार ने माफ कर दिए हैं बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं ऐसे में हम क्यों फीस दें. हमने कलेक्टर से मांग की है कि हमें मुख्यमंत्री से मिलवाएं और अगर ऐसा नहीं होता है तो सभी अभिभावक सड़क पर आने में देर नहीं करेंगे.

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