छिंदवाड़ा। जबलपुर कमिश्नर के आदेश पर जिला स्वास्थ अधिकारी जी चौरसिया ने पांढुर्णा BMO को सस्पेंड कर दिया है. बताया जा रहा है कि, सरकारी अस्पताल में पदस्थ एक डॉक्टर की कोरोना जांच कराई गई थी, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने की जानकारी BMO ने वरिष्ठ अधिकारियों से छिपाई थी. जानकारी के अनुसार 27 जुलाई को BMO अशोक भगत के निर्देश पर पांढुर्णा सरकारी अस्पताल में पदस्थ एक डॉक्टर की कोरोना जांच कराई गई थी, बीएमओ की लापरवाही की हद उस समय सामने आई, जब कोरोना पॉजिटिव डॉक्टर की ड्यूटी पांढुर्णा सरकारी अस्पताल में लगातार जारी रखी गई, जहां कोरोना संक्रमित डॉक्टर ने कई मरीजों का इलाज भी किया. इसी लापरवाही के कारण पांढुर्णा BMO को सस्पेंड कर दिया.
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SDM ने BMO को थमाया था नोटिस
सरकारी डॉक्टर की गुपचुप तरीके कोरोना जांच कर उसकी ड्यूटी सरकारी अस्पताल में लगाकर उसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को न देने को लेकर पांढुर्णा SDM मेघा शर्मा ने बीएमओ अशोक भगत को नोटिस जारी किया था, साथ ही उसका प्रतिवेदन कलेक्टर सौरभ सुमन को भेजा गया था. उसी प्रतिवेदन के आधार पर BMO को सस्पेंड कर दिया गया है.