उज्जैन| मध्य प्रदेश डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर नारेबाजी की और अपनी तीन मांगों को कलेक्टर के सामने रखा. ज्ञापन में मांग की गई कि कर्मी कल्चर समाप्त किया जाए, रिक्त पदों पर संविदा साथियों की नियुक्ति की जाए और उपयंत्रियों को सहायक यंत्रियों का नाम दिया जाए.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उपयंत्रियों को नियमित करने की घोषमा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अपने तीसरे कार्यकाल में की थी, जो अब तक लंबित है. इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग में भी 26 उपयंत्री वर्क चार्ज में स्थापित हैं, जिन को नियमित करने की मांग है.
मध्य प्रदेश डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन का कहना है कि मध्यप्रदेश में इंजीनियर प्रदेश के विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, इसके बाद भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. कोरोना काल में भी प्रदेश के विकास में हम सपनों को साकार करने में साथ हैं.