छिंदवाड़ा। खंडवा में स्थित दादाजी धूनीवाले के मंदिर में इस गुरुपूर्णिमा में श्रद्धालु दादाजी धूनी वाले के दर्शन नहीं कर पाएंगे. कलेक्टर के आदेश तहत 1 जुलाई से 10 जुलाई तक प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिससे पांढुर्णा के हजारों श्रद्धालुओं को मायूस होना पड़ रहा है. अब दादाजी धूनी वाले के भक्त गुरुपुर्णिमा पर अपने-अपने घर या आसपास के दादा दरबार मे धूनीवाले की पूजा कर उनकी आराधना करेंगे.
65 साल में पहली बार टूटेगी परंपरा
जिले में दादा धूनी वाले का मंदिर काफी प्रसिद्ध है. गुरु पूर्णिमा के दिन तो यहां भक्तों का मेला लगता है. इस दिन यहां दूर-दूर से श्रद्धालु दादा के दर्शन करने आते हैं. वहीं पांढुर्णा से 65 साल से लगातार दादा रथ पैदल जाता था, इस रथ को लेकर अरमरकर परिवार सहित अन्य दादा भक्त 350 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर दादाधाम पहुंचते थे. यही परंपरा हाथ में निशान लेकर जा रहे दादा भक्तों की भी है, वे हाथ में निशान लेकर पैदल नंगे पांव खंडवा निकल पड़ते हैं, जिन्हें खंडवा पहुचने में लगभग 22 दिन लगते हैं और 350 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं.
गुरुपुर्णिमा पर पांढुर्णा सहित सौंसर और आसपास इलाकों से हर साल लगभग 5 हजार दादा भक्त खंडवा पैदल नंगे पांव जाते हैं, जिनमें लगभग 7 जत्थे शामिल होते हैं, लेकिन इस बार कोरोना के प्रकोप के चलते कलेक्टर ने मंदिर आने पर रोक लगा दी है, जिससे भक्तों में थोड़ी निराशा जरूर है.
समिति ने की घर पर गुरुपूर्णिमा मनाने की अपील
वहीं खंडवा दादाजी दरबार पटेल समिति के अध्यक्ष मदन भाऊ आज पांढुर्णा पहुंचे, जहां उन्होंने तीन शेर चौक स्थित दादाजी दरबार के पास सभी श्रद्धालुओ की बैठक ली, इस दौरान उन्होंने सभी से अपील की है कि इस बार गुरु पुर्णिमा पर कोई भी भक्त खंडवा नहीं जाए, लोग अपने-अपने घर या दादा दरबार मे पूजन करें.
पांढुर्णा स्टेशन से नही चलेंगी दादाधाम एक्सप्रेस ट्रेन
बता दें कि हर सोमवार, गुरुवार और शनिवार को तीन दिन दादाधाम एक्सप्रेस ट्रेन पांढुर्णा रेलवे स्टेशन से होकर खंडवा के लिए रवाना होती थी, लेकिन इसबार लॉक डाउन के चलते इस ट्रेन को बंद करा दिया गया है.