इंदौर। किसी समय सियासत के रण में घोर विरोधी माने जाने वाले सिंधिया गुट और कैलाश विजयवर्गीय गुट में माना जा रहा है कि अभी भी दूरियां बरकरार हैं. इस बात की बानगी इंदौर में ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्वागत में लगे बैनर-पोस्टर्स में साफ दिखाई दी. कैलाश विजयवर्गीय गुट के खास माने जाने वाले विधायक रमेश मेंदोला के सामने कांग्रेस से चुनाव लड़ चुके मोहन सिंगर ने सिंधिया के स्वागत में बैनर पोस्टर लगाए थे, लेकिन पोस्टर्स में कैलाश विजयवर्गीय और रमेश मेंदोला को छोड़ बीजेपी के तमाम नेता की तस्वीरें मौजूद थीं.
ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने एकदिवसीय दौरे पर इंदौर आए, उनके स्वागत में समर्थकों ने पूरे शहर में बैनर पोस्टर लगा दिए. मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव में भी प्रतिद्वंदी रहे कैलाश विजयवर्गीय और ज्योतिरादित्य सिंधिया की दूरियां हमेशा चर्चा का विषय रहीं हैं, ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में आने के बाद भी ये दूरियां खत्म होती नजर नहीं आ रहीं. इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय के गढ़ में सिंधिया के स्वागत में लगे बैनर पोस्टरों में कैलाश विजयवर्गीय की तस्वीरें ही गायब थीं. ये बैनर और पोस्टर बीजेपी नेता और किसी समय कांग्रेस से विधायक रमेश मेंदोला के सामने चुनाव लड़ चुके मोहन सेंगर ने लगवाए थे.
इन पोस्टरों में इंदौर के सभी बीजेपी विधायक और पदाधिकारी तो थे. लेकिन भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और उनके खास माने जाने वाले विधायक रमेश मेंदोला की तस्वीरें नदारद थी.इंदौर में ज्योतिरादित्य सिंधिया, कैलाश विजवर्गीय के घर भी जाने वाले थे, लेकिन बताया जा रहा है कि कैलाश विजयवर्गीय उसके पहले ही पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो गए.