ETV Bharat / briefs

प्रदेश सरकार के खिलाफ भारतीय किसान संघ ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना

प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक मूंग की खरीदी नहीं हो सकी है. इसके विरोध में भारतीय किसान संघ ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है, लेकिन इस दौरान किसानों ने सोशल डिस्टेंसिंग का कोई ध्यान नहीं रखा.

Indian Farmers Union started indefinite strike
Indian Farmers Union started indefinite strike
author img

By

Published : Jul 27, 2020, 7:40 PM IST

हरदा। प्रदेश सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में भारतीय किसान संघ ने कृषि उपज मंडी समिति परिसर में बने कृषक विश्राम गृह के सामने अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया है. भारतीय किसान संघ का कहना है कि, कृषि मंत्री कमल पटेल ने पूरे प्रदेश में समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी शुरू किए जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन सरकार के द्वारा समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी नहीं शुरू की गई है, जिससे किसानों को प्रति क्विंटल दो से 3 हजार का नुकसान हुआ है.

Indian Farmers Union started indefinite strike
भारतीय किसान संघ ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना

किसान संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि, उन्होंने भोपाल जाकर कृषि मंत्री कमल पटेल से मुलाकात की. जिसमें उन्होंने समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीद शुरू करने की मांग की थी, लेकिन अभी तक खरीदी नहीं की गई. किसान संघ ने समर्थन मूल्य से कम भाव पर बिकी सभी फसलों को समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिए सरकार से मांग की है, साथ ही मंडी अधिनियम के तहत किसानों की उपज मंडियों में समर्थन मूल्य से नीचे नहीं बिकने की गारंटी देने की बात की है. उन्होंने कहा कि, हर मंडी में आधुनिक मशीनों की व्यवस्था की जाय. कृषि उपज के मानक की जांच एफबी मानक होने पर व्यापारी द्वारा किसानों को उनकी फसल का समर्थन मूल्य दिए जाने की भी मांग की है.

भारतीय किसान संघ के जिला मंत्री भगवान दास गौर ने आरोप लगाया कि, उनके द्वारा आंदोलन शुरू करने को लेकर प्रशासन को पहले ही अवगत करा दिया गया था, लेकिन बीती रात टीआई ने फोनकर धरने के परमिशन नहीं देने की बात कही और धरना न देने का दबाव डाला. जिसके विरोध में आज धरना दिया गया है. उनका कहना है कि, प्रशासन के द्वारा किसान संघ की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन जब तक किसानों की मांगे नहीं मानी जाती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.

वहीं धरना प्रदर्शन के दौरान भारतीय किसान संघ के निर्धारित सदस्यों से अधिक संख्या में किसान धरना स्थल में शामिल हुए, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग की सरेआम धज्जियां उड़ती रहीं.

हरदा। प्रदेश सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में भारतीय किसान संघ ने कृषि उपज मंडी समिति परिसर में बने कृषक विश्राम गृह के सामने अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया है. भारतीय किसान संघ का कहना है कि, कृषि मंत्री कमल पटेल ने पूरे प्रदेश में समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी शुरू किए जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन सरकार के द्वारा समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी नहीं शुरू की गई है, जिससे किसानों को प्रति क्विंटल दो से 3 हजार का नुकसान हुआ है.

Indian Farmers Union started indefinite strike
भारतीय किसान संघ ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना

किसान संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि, उन्होंने भोपाल जाकर कृषि मंत्री कमल पटेल से मुलाकात की. जिसमें उन्होंने समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीद शुरू करने की मांग की थी, लेकिन अभी तक खरीदी नहीं की गई. किसान संघ ने समर्थन मूल्य से कम भाव पर बिकी सभी फसलों को समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिए सरकार से मांग की है, साथ ही मंडी अधिनियम के तहत किसानों की उपज मंडियों में समर्थन मूल्य से नीचे नहीं बिकने की गारंटी देने की बात की है. उन्होंने कहा कि, हर मंडी में आधुनिक मशीनों की व्यवस्था की जाय. कृषि उपज के मानक की जांच एफबी मानक होने पर व्यापारी द्वारा किसानों को उनकी फसल का समर्थन मूल्य दिए जाने की भी मांग की है.

भारतीय किसान संघ के जिला मंत्री भगवान दास गौर ने आरोप लगाया कि, उनके द्वारा आंदोलन शुरू करने को लेकर प्रशासन को पहले ही अवगत करा दिया गया था, लेकिन बीती रात टीआई ने फोनकर धरने के परमिशन नहीं देने की बात कही और धरना न देने का दबाव डाला. जिसके विरोध में आज धरना दिया गया है. उनका कहना है कि, प्रशासन के द्वारा किसान संघ की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन जब तक किसानों की मांगे नहीं मानी जाती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.

वहीं धरना प्रदर्शन के दौरान भारतीय किसान संघ के निर्धारित सदस्यों से अधिक संख्या में किसान धरना स्थल में शामिल हुए, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग की सरेआम धज्जियां उड़ती रहीं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.