ETV Bharat / briefs

झाबुआ: भीषण गर्मी के चलते घरों में दुबके लोग, सड़कें पड़ीं वीरान

नौतपा में सूर्य देव के तल्ख तेवर देख लोग परेशान हैं. भीषण गर्मी के चलते लोग परेशानियों से जूझ रहे हैं. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, तापमान 41 से 42 डिग्री के बीच में बना हुआ है, तेज गर्मी का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ता दिख रहा है.

author img

By

Published : May 28, 2019, 5:21 PM IST

गर्मी से बचतीं लड़कियां

झाबुआ। महीने के आखिर में शुरू हुए नौतपा में सूर्य देव के तल्ख तेवर देख लोग परेशान हैं. भीषण गर्मी के चलते लोग परेशानियों से जूझ रहे हैं. दोपहर के वक्त तेज धूप के चलते शहर की सड़के वीरान दिखने लगी हैं. लोग गर्मी से बचने के लिए तरह-तरह के जतन करते दिखाई दे रहे हैं.


मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, तापमान 41 से 42 डिग्री के बीच में बना हुआ है, तेज गर्मी का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ता दिख रहा है. गर्मी से बचने के लिए विशेषज्ञ जरूरी काम होने पर ही धूप में निकलने और समय-समय पर तरल पदार्थ लेने की सलाह भी दे रहे हैं. गर्मी के दौरान होने वाले डिहाइड्रेशन और डायरिया से बचाव के लिए भरपूर पानी पीने की भी सलाह दी जा रही है.


नौतपा के चलते आने वाले 10-15 दिनों तक इसी तरह गर्मी अपना कहर बरपाती रहेगी. चिकित्सकों की मानें तो इस दौरान छोटे बच्चों और बुजुर्गों का ध्यान रखना जरूरी है. गर्मी के चलते उनके शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना ज्यादा रहती है, लिहाजा मौसमी फलों के साथ-साथ शरीर में प्रचुर मात्रा में ग्लूकोज का होना जरूरी है, जिसके लिए धूप में निकलते समय शरीर को ढककर निकलने और प्यास न लगने पर भी पानी पीने की सलाह दी जा रही है.

झाबुआ। महीने के आखिर में शुरू हुए नौतपा में सूर्य देव के तल्ख तेवर देख लोग परेशान हैं. भीषण गर्मी के चलते लोग परेशानियों से जूझ रहे हैं. दोपहर के वक्त तेज धूप के चलते शहर की सड़के वीरान दिखने लगी हैं. लोग गर्मी से बचने के लिए तरह-तरह के जतन करते दिखाई दे रहे हैं.


मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, तापमान 41 से 42 डिग्री के बीच में बना हुआ है, तेज गर्मी का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ता दिख रहा है. गर्मी से बचने के लिए विशेषज्ञ जरूरी काम होने पर ही धूप में निकलने और समय-समय पर तरल पदार्थ लेने की सलाह भी दे रहे हैं. गर्मी के दौरान होने वाले डिहाइड्रेशन और डायरिया से बचाव के लिए भरपूर पानी पीने की भी सलाह दी जा रही है.


नौतपा के चलते आने वाले 10-15 दिनों तक इसी तरह गर्मी अपना कहर बरपाती रहेगी. चिकित्सकों की मानें तो इस दौरान छोटे बच्चों और बुजुर्गों का ध्यान रखना जरूरी है. गर्मी के चलते उनके शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना ज्यादा रहती है, लिहाजा मौसमी फलों के साथ-साथ शरीर में प्रचुर मात्रा में ग्लूकोज का होना जरूरी है, जिसके लिए धूप में निकलते समय शरीर को ढककर निकलने और प्यास न लगने पर भी पानी पीने की सलाह दी जा रही है.

Intro:झाबुआ: महीने की आखिरी से शुरू हुआ नौतपा लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। भीषण गर्मी के चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । सूरज की तेज तपन के चलते शहर की सड़के सुनसान और विरान दिखने लगी है, गर्मी का असर सरकारी कार्यालयों पर भी दिखाई दे रहा है यहाँ लोगों की आवाजाही न के बराबर दिख रही है ।लोग गर्मी से बचाने के लिए तरह-तरह के जतन करते दिखाई दे रहे हैं ।


Body:मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार तापमान 41 से 42 डिग्री के बीच में बना हुआ है, मगर तेज गर्मी के चलते इसका असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ता दिख रहा है । गर्मी से बचने के लिए विशेषज्ञ जरूरी काम होने पर ही धूप में निकलने और समय-समय पर तरल पदार्थ लेने की सलाह भी दे रहे हैं । गर्मी के दौरान होने वाले डिहाइड्रेशन और डायरिया से बचाव के लिए भरपूर पानी पीने की भी सलाह दी जा रही है ।


Conclusion:नौतपा के चलते आने वाले 10 - 15 दिनों तक इसी तरह गर्मी अपना कहर बरपाती रहेगी। चिकित्सकों की मानें तो इस दौरान छोटे बच्चों और विशेष रूप से बुजुर्गों का ध्यान रखना जरूरी है गर्मी के चलते उनके शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना ज्यादा रहती है, लिहाजा मौसमी फलों के साथ साथ शरीर में प्रचुर मात्रा में ग्लूकोस का होना जरूरी है। जिसके लिए धूप में निकलते समय शरीर को ढककर निकलने और प्यास ना लगने पर भी पानी पीने की सलाह दी जा रही है ।
बाइट : त्रिपाठी , मौसम वैज्ञानिक
बाइट : डॉ सेलेक्सी वर्मा, चिकित्सक
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.