भोपाल। एडीजी राजेन्द्र कुमार मिश्रा के पिता की मौत के मामले में गृह विभाग ने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर निर्देशित किया है. इस मामले में मानव अधिकार आयोग के संज्ञान लेने के बाद गृह विभाग ने यह कदम उठाया गया है. पत्र के मुताबिक एडीजी मिश्रा अपने मृत पिता को जीवित बता रहे हैं.
मामले के अधिक उलझने की वजह यह भी है कि एडीजी राजेंद्र कुमार मिश्रा के पिता की मौत पर अब तक संशय बना हुआ है. अभी तक ये स्पष्ठ नहीं हुआ है कि वे फिलहाल जिंदा है या मृत? एडीजी राजेंद्र कुमार मिश्रा के मुताबिक उनके पिता ठीक है और वह आयुर्वेदिक पद्धिति से उनका इलाज करा रहे हैं, लेकिन एडीजी अपने पिता का मेडिकल कराने को तैयार नहीं है.
मामले में मानव अधिकार भी लगातार संज्ञान लेने की कोशिश कर रहा है. आयोग ने एडीजी के पिता का स्वास्थ्य परीक्षण करने के लिए डॉक्टर की एक टीम भी गठित की थी, लेकिन टीम को हर बार एडीजी निवास से खाली हाथ लौटना पड़ा. मामला एडीजी से जुड़ा है और वे किसी को भी अपने घर में प्रवेश नहीं करने दे रहे. यही वजह है कि मामला गृह विभाग तक जा पहुंचा है. अब गृह विभाग ने कहा कि पुलिस अधिकारी मानवाधिकार के मानकों के आधार पर इस मामले की जांच पूरी करें. वहीं इस मामले से जुड़ी एक याचिका एडीजी की मां की ओर से भी हाईकोर्ट में लगाई गई है.