भोपाल। ईओडब्ल्यू को भोज मुक्त विश्वविद्यालय और कुलपति जयंत सोनवलकर के खिलाफ करीब 4 से 5 शिकायतें मिली हैं, जिनमें प्रिंटिंग, नियुक्तियां, अनियमित भुगतान और वेतन में गड़बड़ी जैसी शिकायतें शामिल हैं. लिहाजा भोज मुक्त विश्वविद्यालय के खिलाफ ईओडब्ल्यू मुकदमा दर्ज कर सकता है.
हजार करोड़ के ई-टेंडर और माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद अब जल्द ही भोज मुक्त विश्वविद्यालय के खिलाफ भी ईओडब्ल्यू मुकदमा दर्ज कर सकता है. ईओडब्ल्यू ने सभी शिकायतों पर शासन से जांच रिपोर्ट मांगी है. ईओडब्ल्यू ने प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा से दस्तावेजों सहित तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश करने को कहा है.
भोज मुक्त विश्वविद्यालय के खिलाफ मिली शिकायतों में 100 करोड़ की धांधली का भी जिक्र किया गया है. जिसमें भोज यूनिवर्सिटी के निलंबित संचालक प्रवीन जैन एमपी कॉम लिमिटेड के प्रवीण आचार्य और एनआईसीवीटी के संचालकों पर डिजिटल इंडिया की कौशल विकास योजना और अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग आयोग के कंप्यूटर पाठ्यक्रम संबंधी योजनाओं में 100 करोड़ की धांधली करने के आरोप लगाए गए हैं.
इतना ही नहीं एक शिकायत में भोज मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति जयंत सोनवलकर पर आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 2017 से 2019 तक करोड़ों रुपए की धांधली की है. शिकायत में बताया गया कि अनुबंधित निजी सुरक्षा एजेंसियों एमपी सिक्योरिटी और ईशा सिक्योरिटी को बिना खुली निविदा प्रक्रिया अपनाये कार्य आदेश दे दिया गया है. इन सुरक्षा एजेंसियों को करोड़ों रुपए भुगतान भी कर दिये गए.