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बारिश से पहले नदी-नालों को अतिक्रमण मुक्त करने की तैयारी, 1940 के नक्शे से होगा मिलान - gwalior news

ग्वालियर में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ 1940 के नक्शों से मिलान करने का कलेक्टर ने आदेश दिया है. जिससे शहर के नदी और नाले पुराने स्वरूप में आ जाएंगे.

नाले की तस्वीर
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Published : Jun 28, 2019, 5:04 PM IST

ग्वालियर। शहर की मुरार नदी सहित कई नाले अतिक्रमण की चपेट में हैं, लोग नदी-नालों को भरकर उन पर घर बना लिए हैं, जिसके चलते शहर से नदी और नाले पूरी तरह से गायब हो चुके हैं. जिससे बारिश के समय शहर में बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसके बाद कलेक्टर ने 1940 के नक्शों से मिलान करने का आदेश दिया है.

नाले में अतिक्रमण और कलेक्टर की बाइट


शहर के नदी-नालों पर अवैध अतिक्रमण की वजह से बारिश में पानी निकलने के लिए कोई जगह नहीं है, जिसके संबंध में खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन ने शहर के जिन नदी-नालों पर अतिक्रमण किया गया है, उनको पुराने स्वरूप में लौटाने के लिए 1940 के नक्शे से मिलान करने की तैयारी में है. इस नक्शे के माध्यम से जिला प्रशासन नदी और नाले के आसपास अतिक्रमण चिह्नित कर कार्रवाई करेगा.


कलेक्टर अनुराग चौधरी ने क्षेत्र के पटवारियों को आदेश दिए हैं कि 1940 के नक्शे के हिसाब से मुरार नदी की जमीन और नालों की पड़ताल की जाए, जहां भी अतिक्रमण किया गया है, वहां एसडीएम के माध्यम से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाए, साथ ही नदी के दोनों तरफ सड़क के लिए जगह छोड़कर पौधरोपण किए जाने की बात कही है.

ग्वालियर। शहर की मुरार नदी सहित कई नाले अतिक्रमण की चपेट में हैं, लोग नदी-नालों को भरकर उन पर घर बना लिए हैं, जिसके चलते शहर से नदी और नाले पूरी तरह से गायब हो चुके हैं. जिससे बारिश के समय शहर में बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसके बाद कलेक्टर ने 1940 के नक्शों से मिलान करने का आदेश दिया है.

नाले में अतिक्रमण और कलेक्टर की बाइट


शहर के नदी-नालों पर अवैध अतिक्रमण की वजह से बारिश में पानी निकलने के लिए कोई जगह नहीं है, जिसके संबंध में खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन ने शहर के जिन नदी-नालों पर अतिक्रमण किया गया है, उनको पुराने स्वरूप में लौटाने के लिए 1940 के नक्शे से मिलान करने की तैयारी में है. इस नक्शे के माध्यम से जिला प्रशासन नदी और नाले के आसपास अतिक्रमण चिह्नित कर कार्रवाई करेगा.


कलेक्टर अनुराग चौधरी ने क्षेत्र के पटवारियों को आदेश दिए हैं कि 1940 के नक्शे के हिसाब से मुरार नदी की जमीन और नालों की पड़ताल की जाए, जहां भी अतिक्रमण किया गया है, वहां एसडीएम के माध्यम से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाए, साथ ही नदी के दोनों तरफ सड़क के लिए जगह छोड़कर पौधरोपण किए जाने की बात कही है.

Intro:ग्वालियर- ग्वालियर जिले में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर देखने को मिला है शहर से निकलने वाली नदी और नालों पर अतिक्रमण को हटाने के लिए अब जिला प्रशासन 1940 के नक्शों से मिलान करेगा ।कलेक्टर अनुराग चौधरी ने क्षेत्र के पटवारियों को आदेश दिए हैं कि 1940 का नक्शा रखकर मुरार नदी की जमीन और नालों की पड़ताल की जाए। जहां भी अतिक्रमण है वहां एसडीएम के माध्यम से कार्रवाई की जाए ।साथ ही नदी के दोनों तरफ सड़क के लिए जगह छोड़कर पौधारोपण किया ।


Body:दरअसल ग्वालियर की मोरार नदी और शहद से निकलने वाली नदी ना लो इस समय अतिक्रमण की चपेट में है लोगों ने शहर के बड़े नालों को अतिक्रमण कर उन पर घर बना लिए हैं जिसके चलते शहर से नदी और नाले पूरी तरह से गायब हो चुके हैं। जिसके चलते बारिश के समय शहर में बाढ़ जैसे हालात हो जाते हैं और शहर से बारिश का पानी निकलने के लिए कोई जगह नहीं बचती । इसके चलते प्रशासन ने जिन नदी और नालों पर अतिक्रमण है उनको पुरानी स्वरूप में लौटाने के लिए 1940 के नक्शे से मिलान करने की तैयारी कर दी है इस नक्शे के माध्यम से जिला प्रशासन नदी और नाले के आसपास अतिक्रमण चिह्नित कर कार्रवाई करेगा। नदी और नाले प्राणी सूप में लौट आने के बाद शहर में वाटर लेवल को बढ़ाया जा सकेगा साथ ही स्वच्छता पेयजल भी लोगों को मिलने लगेगा । गौरतलब है कि कल नदी और नालों पर अतिक्रमण की समस्या को लेकर इटीवी भारत ने खबर चलाई थी जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और कलेक्टर अलवर चौधरी अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए।


Conclusion:बाईट- अनुराग चौधरी , कलेक्टर
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