झाबुआ। जिले में बस ओनर्स एसोसिएशन ने मंगलवार को कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने दूसरे प्रदेशों में आवागमन करने वाली अंतराज्यीय बसों के गैर कानूनी तरीके से संचालन पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है. ज्ञापन में बताया गया है कि कोरोना के चलते गृह मंत्रालय ने गाइडलाइन का हवाला देते हुए 30 सितंबर तक अंतरराज्यीय बसों के संचालन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की बात कही थी, लेकिन प्रतिबंध के बावजूद जिले के राणापुर, पिटोलपारा, कल्याणपुरा,मेघनगर, थांदला, पेटलावद, रायपुरिया से गुजरात राज्य की टूरिस्ट परमिट की बसों का संचालन जारी है.
निजी बस एसोसिएशन के पदाधिकारियों का आरोप है कि आरटीओ और बेरियर अधिकारी-कर्मचारी की मिलीभगत से बेरोकटोक पिछले तीन माह से अवैध तरीके से अंतरराज्यीय बसों का परिवहन जारी है, जिसे पूरी तरह से बंद किया जाए. वहीं कलेक्टर प्रबल सिपाहा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर अंतरराज्यीय बसों के परिवहन पर जल्द ही रोक लगाने का आश्वासन दिया है.
लॉकडाउन के दौरान से अंतराज्यीय बसों का परिवहन जारी है, जबकि जिले में चलने वाली सभी निजी बसें जनता कर्फ्यू के बाद से ही बंद हैं. जिले की बसें बंद होने के कारण स्थानीय यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोक परिवहन के साधन न होने से लोगों को महंगी कीमत पर निजी टैक्सी ले कर जरूरी यात्राएं करना पड़ रही हैं.