इंदौर। 4 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने नाबालिगों के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है. पुलिस अब उन इलाकों में भी जागरूकता अभियान शुरू करने जा रही है, जहां पर मजदूरी करने वाला वर्ग अस्थायी तौर पर झोपड़ियां बनाकर रहता है.
गौरतलब है कि इंदौर के हीरा नगर थाना क्षेत्र में 4 साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी. आरोपी की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ कि वहीं रहने वाले एक शख्स ने इस वारदात को अंजाम दिया था. इसी तरह का मामला कुछ दिनों पहले इंदौर के राजवाड़ा इलाके में भी सामने आया था. ऐसी घटनाओं में अधिकतर जान-पहचान वाले लोगों की लिप्तता सामने आई है. वहीं नाबालिगों और बच्चों के खिलाफ आपराधिक गतिविधियों में तेजी से इजाफा हुआ है. इसे देखते हुए पुलिस अब बच्चों के माता-पिता में जागरूकता लाने के प्रयासों में जुट गई है. इसी के तहत पुलिस अब अवेयरनेस कार्यक्रम शुरू करने जा रही है. जिसमें बताया जाएगा कि माता-पिता अपने बच्चों को लेकर किस प्रकार की सावधानियां बरतें.
पुलिस के मुताबिक इस तरह के मामले मजदूरी करने वाले परिवारों में भी सामने आ रहे हैं, जहां माता-पिता बच्चों को घर पर अकेला छोड़कर मजदूरी करने जाते हैं. अशिक्षित होने के कारण उन्हें इस तरह की घटनाओं को लेकर जागरूकता नहीं है. इंदौर एडीजी ने बताया कि शहर के उन थाना क्षेत्रों को चिन्हित कर लिया गया है, जहां आपराधिक गतिविधियां ज्यादा हैं. उन क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत की गई है.