शिवपुरी। कोरोना संक्रमण के बीच आने वाले त्यौहारों को देखते हुए रविवार की शाम कोलारस थाना परिसर में शांति समिति की बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें आगामी त्योहारों को अपने-अपने घरों में शांतिपूर्ण तरीके से मनाने का फैसला लिया गया है. इस बैठक में प्रशासनिक अधिकारी, शांति समिति के सदस्य, धार्मिक कार्यक्रम आयोजक, जनप्रतिनिधि, पत्रकार और व डीजे संचालक मौजूद रहे.
अपने घरों में ही करें धार्मिक आयोजन: एसडीएम
एसडीएम मनोज गरवाल ने कहा कि सभी धार्मिक आयोजन आपसी सामंजस्य बिठाकर अपने-अपने घरों में ही किए जाएं. बिना अनुमति कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा. साथ ही लाउडस्पीकर पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगें, नियमों को दरकिनार कर काई भी कार्यक्रम आयोजित किया गया तो संबधितों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
ताजिया और गणेश विसर्जन पर रोक: एसडीओपी
एसडीओपी अमरनाथ वर्मा ने कहा कि कोलारस जिस शांति व सद्भावना के लिए जाना जाता है, उसे कायम रखते हुए सभी धर्मों के त्यौहारों को सद्भावना और भाईचारे के साथ अपने अपने घरों में ही मनाएं. उन्होंने कहा कि यह किसी से छुपा नहीं है कि यहां के बाशिंदे हमेशा से ही सभी धार्मिक उत्सवों को बहुत शानदार तरीके से आयोजित करते हुए आए हैं, लेकिन इस वर्ष कोरोना जैसी महामारी के चलते सभी धार्मिक आयोजनों पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा, सभी अपने-अपने घरों में ही त्यौहार मनाएं.
शांति व्यवस्था बनाना प्राथमिकताः टीआई मिश्रा
नगर निरिक्षक संजय मिश्रा ने कहा कि नगर में एक के बाद एक लगातार धार्मिक त्यौहार नजदीक हैं. कोरोना जैसी भयानक महामारी से सभी भलिभांति परिचित हैं. इस कारण कोलारस नगर में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएगें. इस वैश्विक महामारी का बचाव शोसल डिस्टेंडिंग, मास्क, सैनेटाईजर व एक दूसरे से दूरी बनाए रखना है, जिसका पालन सभी को करना है. शांति व्यवस्था बनाना हर हाल में पहली प्राथमिकता है. शांति भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि पुलिस तो अपना कार्य करेगी ही लेकिन आयोजक ध्यान रखें की इस बार किसी प्रकार का आयोजन न करे व सभी समाजसेवी लोग व्यवस्थाएं बनाने में सहयोग करें.
राई भैरब व हीरामन बाबा के दरबार में जाने से बचें श्रद्वालु : एसआई शर्मा
एसआई पूरन शर्मा ने कहा कि इस बार कोरोनाकाल के चलते सभी समाजसेवी व श्रद्धालुओं से विशेष अनुरोध है कि इस बार राई भैरो बाबा और लेवा हीरामन बाबा के दरबार आदि स्थानों पर कोई भी धार्मिक उत्सव आयोजित न करें. सभी श्रद्धालु अपने-अपने घर से ही धर्म लाभ लें और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें.