नई दिल्ली : भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने कहा है कि यूपी में कानून व्यवस्था बड़ी समस्या है. उन्होंने कहा कि शाम पांच बजे के बाद यूपी के अधिकांश इलाकों में गतिविधियां थम जाती थीं. नड्डा ने आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल से पहले यूपी में सरकार और माफिया का नेक्सस था. उन्होंने कहा कि भाजपा अपना दल, निषाद पार्टी व कुछ अन्य दलों के साथ चुनाव में उतरेगी. नड्डा ने दावा किया कि एनडीए को 300 से अधिक सीटें मिलेंगी.
अपना दल की अनुप्रिया पटेल ने कहा कि अपना दल और भाजपा 2014 लोक सभा चुनाव, 2017 यूपी विधानसभा चुनाव और 2019 लोक सभा चुनाव में बीजेपी और अपना दल के संयुक्त गठबंधन से ताकत पैदा हुई. उन्होंने कहा कि यूपी में योगी आदित्यनाथ और केंद्र में मोदी सरकार की अगुवाई में डबल इंजन की सरकार ने समाजिक न्याय के मोर्चे पर उल्लेखनीय काम किया है.
इससे पहले भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, निषाद पार्टी प्रमुख, यूपी के दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा, अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और धर्मेंद्र प्रधान समेत यूपी भाजपा प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह मौजूद रहे.
बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) अपने सहयोगियों, अपना दल (एस) और निषाद पार्टी के साथ मिलकर राज्य की 403 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगा.
नड्डा ने अपना दल (एस) की नेता व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद की मौजूदगी में भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि कौन सा दल कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा.
नड्डा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा, अपना दल (एस) और निषाद पार्टी साथ मिलकर राज्य की 403 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में अपना दल (एस) और निषाद पार्टी के साथ विस्तार से चर्चा हुई और उसके बाद सीटों के तालमेल पर फैसला हुआ.
उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार ने विकास में एक नई छलांग लगाई है और प्रदेश के विकास को तेज गति दी है. नड्डा ने कहा कि संपर्क, शिक्षा और निवेश के क्षेत्र में पिछले पांच साल के दौरान उत्तर प्रदेश में बहुत काम हुआ है और कानून व्यवस्था की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है.
उन्होंने कहा, 'उत्तर प्रदेश में पांच साल पहले पलायन हो रहा था, गुंडागर्दी हो रही थी, अपहरण हो रहे थे, सरकार के सहयोग से माफिया पनप रहे थे. पिछले पांच साल में सभी अराजक चीजें समाप्त हो गई हैं. आज उत्तर प्रदेश में कानून का राज है.'
इस अवसर पर अनुप्रिया पटेल और संजय निषाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा समाज के शोषित और वंचित वर्ग के कल्याण के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की और विश्वास जताया कि राज्य में फिर से एक बार राजग की सरकार बनेगी.
पटेल ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में विकास और सामाजिक न्याय का संयोजन एक बेहतरीन कॉकटेल साबित हुआ है. उत्तर प्रदेश को विकास की भी आवश्यकता है और सामाजिक न्याय की भी जरूरत है. अपना दल ने अपनी स्थापना के साथ ही सदैव, समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के अधिकार और भागीदारी के लिए संघर्ष किया है.' उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ मिलकर हम इसे और आगे लेकर जाएंगे.
पटेल ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आयोग को संवैधानिक दर्जा दिए जाने और नीट परीक्षा सहित शिक्षा के क्षेत्र में ओबीसी वर्ग को आरक्षण दिए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सामाजिक न्याय से जुड़ी तमाम समस्याओं का समाधान किया गया है. उन्होंने भाजपा नेताओं के समक्ष केंद्र सरकार में अलग से ओबीसी मंत्रालय के गठन की अपनी मांग भी दोहराई.
पटेल ने कहा, 'विकास के साथ ही सामाजिक न्याय की अवधारणा को और मजबूती प्रदान करने के लिए हम सभी ने तय किया है कि हम एक बार फिर मजबूती के साथ उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे.'
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे महत्वपूर्ण राज्य में पिछड़ों की आबादी 50 प्रतिशत से भी ज्यादा है और वहां की सरकार ने सामाजिक न्याय की अवधारणा को और मजबूत करने का काम किया है. उन्होंने कहा, 'अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है, जो हमें साथ मिलकर करना है. उत्तर प्रदेश में 403 सीटों पर पूरी मजबूती के साथ अपना दल, भाजपा और निषाद पार्टी मिलकर चुनाव लड़ेंगे.'
संजय निषाद ने इस अवसर पर उत्तर प्रदेश व केंद्र की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि उन्होंने समाज के पिछड़े तबकों को सिर्फ छलने और विकास से दूर रखने का काम किया जबकि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र व राज्य की सरकारों ने बिना किसी भेदभाव के उनका वास्तविक विकास किया.