ग्वालियर। मध्य प्रदेश के कूनो अभ्यारण में लगातार हो रही चीतों की मौतों को लेकर केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव का बयान सामने आया है. केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव ने कहा है कि "चीतों की मौतों को लेकर हमारे फॉरेस्ट ऑफिसर लगातार मेहनत कर रहे हैं, चीतों का यह पहला साल है जहां चीजों का ट्रांसलोकेशन हुआ है." इसके साथ ही उन्होंने कहा कि "चीतों पर मौसम का कुछ प्रभाव पड़ा है, उस पर भी लगातार विशेषज्ञ काम कर रहे हैं. नामीबिया और साउथ अफ्रीका के एक्सपर्ट से हमारे अधिकारी लगातार बातचीत जारी है."
चीतों पर लगातार पूरी नजर: इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा है कि "चीता प्रोजेक्ट में पूर्णता गंभीरता बरती जा रही है और हमारे अधिकारी भी लगातार गंभीरता से लगे हुए हैं और इस पर चिंता कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि यह प्रोजेक्ट पूरी तरह सफल हो, जिसमें हर वर्ष चीते आने वाले हैं." वहीं चीतों की मौतों को लेकर केंद्रीय वन मंत्री ने कहा कि "मानसून के कारण चीतो में संक्रमण फैला है, उसकी वजह से 2 चीतों की मौत हुई है. इस पूरी घटना को नामीबिया और साउथ अफ्रीका के जो एक्सपर्ट हैं, उनके साथ शेयर किया है और लगातार हम इस प्रबंधन पर नजर बनाई हुई है और आगे बढ़ रहे हैं."
चीतों की मौत पर सवाल: गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के कूनो अभ्यारण में लगातार चीतों की मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, अभी तक कूनो अभ्यारण में 9 चीतों की मौत हो चुकी है. अभी हाल में ही जिन 2 चीजों की मौत हुई है, उनकी मौत की वजह कॉलर आईडी बनाई गई, क्योंकि कॉलर आईडी की वजह से गहरा घाव हो गया और इस कारण उनकी मौत हो गई है. यही कारण है कि अब लगातार इस प्रोजेक्ट पर वन विभाग के अधिकारियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं. वन विभाग अधिकारियों पर आरोप लग रहे हैं कि इस प्रोजेक्ट पर लगातार उनके द्वारा लापरवाही बरती जा रही है.