खंडवा। तीन सगी बहनों की आत्महत्या करने के बाद जिला अस्पताल में तीनों के शव का पोस्टमार्टम के दौरान गांव से बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे. पुलिस मामले की तह में जाने की कोशशि कर रही है. बहनों के भाई गुरु ने बताया कि बहन सावित्री की शादी मई माह में हुई थी. सोमवार को सावित्री निमाड़ का जिरोति पर्व मनाने के लिए घर आई थी. मंगलवार को रात में सावित्री और बहन सोनू तथा ललिता और परिवार के अन्य लोगों ने साथ में बैठकर खाना खाया. इसके बाद सभी लोग सोने चले गए.
पेड़ पर लटके मिले तीनों के शव : कुछ देर बाद मां की नींद खुली तो देखा कि घर में सावित्री, सोनू और ललिता नहीं थी. बाहर जाकर देखने जाने लगी तो दरवाजा भी बाहर से बंद था. बाहर जाने के बाद तीनों ने दरवाजा बंद कर दिया था. इसके बाद मां ने उसे उठाया और बहनों के नहीं होने की जानकारी दी. इसके बाद वह घर के पीछे के दरवाजे को खोलकर बाहर गया और बहनों को तलाशने लगा. टार्च की रोशनी में घर से कुछ दूर एक पेड़ पर देखा तो तीनों बहनें फांसी के फंदे पर लटकी हुई थीं.
एक ही रस्सी के फंदे से तीनों ने फांसी लगाई : सावित्री की बात मंगलवार शाम करीब 6 बजे पति दीपक से हुई थी. जिला अस्पताल पहुंचे पति दीपक ने बताया कि पत्नी ने उसे फोन किया था. उसकी बातों से नहीं लग रहा था कि वह ऐसा कोई कदम उठाएगी. हालचाल पूछने के बाद पत्नी ने कहा कि उसे लेने कब आ रहे हो. उसने कहा कि कि वह बुधवार को उसे लेने आएगा. इसके बाद देर रात उसे फोन आया कि पत्नी ने फांसी लगा ली.
पुलिस कर रही सभी बिंदुओं पर जांच : इस मामले में पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह का कहना है कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. आंतरिक असंतोष की वजह से ये कदम उठाया हो सकता है. परिजनो के बयान दर्ज करने बाद स्थिति और अधिक स्पष्ट हो जाएगी. (Suspense still in hanging of three sisters) (Case of hanging of three sisters in Khandwa) (Khandwa police engaged in investigation)