अहमदाबाद: RSS प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat ) दो दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं. आज उन्होंने अहमदाबाद शहर के जीएमडीसी मैदान में आज समाज शक्ति संगम कार्यक्रम के तहत 10,000 से अधिक स्वयंसेवकों और कार्यकर्ताओं को संबोधित ( Mohan Bhagwat addressed volunteers in Ahmedabad) किया. इस कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल, अहमदाबाद शहर के मेयर किरीट परमार, स्टैंड कमेटी के अध्यक्ष हितेश बारोट भी मौजूद थे. बता दें मोहन भागवत ने 8 साल बाद अहमदाबाद शहर में आरएसएस के स्वयंसेवकों को संबोधित किया.
उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि आज पूरे देश में बाबा साहेब का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है. 14 तारीख को मकर संक्रांति है, ये सबको याद तो है लेकिन 14 तारीख को बदलाव आया, यह किसी को याद नहीं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि आंबेडकर साहब के लिखे संविधान ने सबसे बेहतरीन उदाहरण दिया है. आगे कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर ने कई लोगों के साथ रहकर देश के लिए काम किया.
उन्होंने कहा कि आज समाज में भेदभाव देखा जा रहा है. हमें ऐसी दिशा में बढ़ना है कि देश अपने पैरों पर खड़ा हो. हमें देश में विदेशी नहीं चाहिए लेकिन हमें अपने राज्य को गुलामी से मुक्त करना होगा. अनेक लोगों के बलिदान के बाद हम स्वतंत्र हुए हैं. अंग्रेजों ने हमारे देश पर लंबे समय तक शासन किया, लेकिन उन्हें हवा, पानी, भोजन पसंद नहीं था, फिर भी उन्होंने लंबे समय तक शासन किया. और उस समय भारत दुनिया का सबसे अमीर देश था.
आगे उन्होंने कहा कि देश अब आर्थिक रूप से धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है. देश में कई काम हुए हैं. देश में गरीबी अभी कम नहीं हुई है. देश में जो काम हो रहे हैं, उन्हें पूरा होने में काफी समय लगेगा. साथ ही कई मुश्किलें भी आएंगी, लेकिन हमें उन मुश्किलों का सामना करके ही आगे बढ़ना है. आज की दुनिया में भारत का नाम बहुत बड़ा हो गया है. विश्व में भी देश का नाम रोशन हुआ है. इस साल देश को जी-20 की अगुआई करने का मौका मिला है. जो कि एक बहुत बड़ी बात कही जा सकती है.
इस साल देश आजादी का अमृत महोत्सव के 75 साल मना रहा है. कई लोगों की कुर्बानी के बाद हमें आजादी मिली है. आज सभी सांसद या विधायक आजादी के 75 साल देख रहे हैं. देश को बेहतर बनाने के लिए दृढ़ संकल्प जरूरी है. देश में अलग-अलग भाषाएं और धर्म हैं, लेकिन उससे पहले हम भारतीय हैं और भारत के सभी लोग एक हैं. हम हिंदू हैं इसलिए हम भारतीय कह सकते हैं, लेकिन यह ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे एक दूसरे को नुकसान हो.
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