नागपुर : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के अखंड भारत वाले बयान का जिक्र कर प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि सत्ता में रहने पर अपने वादों को पूरा करने का समय होता है. उन्होंने कहा, अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद 15 वर्षों में अखंड भारत वाले संघ प्रमख भागवत के बयान का स्वागत करता है. तोगड़िया ने कहा कि भागवत अपने जीवनकाल में अखंड भारत बनता देखेंगे, इस बात का उन्हें पूरा भरोसा है. बकौल भागवत देश में स्वयंसेवकों की सरकार है. इनके पास 15 लाख की सेना है. ऐसे में वादों को पूरा करने का समय आया है.
तोगड़िया ने सुझाव दिया, सात वर्षों से कश्मीर में हिंदुओं को नहीं बसाया गया है. एक महीने के अंदर कश्मीर के हिंदुओं को बसाकर कश्मीर घाटी के गांवों में मोहन भागवत खुद हिंदुओं के साथ एक रात रहें. यह अखंड भारत की दिशा में पहला कदम होगा. उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) पर कब्जा करने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि भागवत को पीओके में आरएसएस की शाखा लगानी चाहिए. उन्होंने कहा, शाखा लगने पर स्वयंसेवक के नाते प्रवीण तोगड़िया सरसंघचालक भागवत को खड़ा होकर प्रणाम करेगा.
पीओके में घुसने की चुनौती, रूस और यूक्रेन का दिया उदाहरण
बकौल प्रवीण तोगड़िया, जम्मू कश्मीर में आरएसएस को छह महीने में काम पूरा करना चाहिए. इनके पास 15 लाख की सेना है. उन्होंने रूस और यूक्रेन की लड़ाई का जिक्र कर कहा कि जब रूस यूक्रेन में घुस सकता है तो पीओके तो हमारी पैतृक जमीन है. तोगड़िया ने ताल ठोकने के लहजे में कहा, पीओके तो हमारे बाप का है.
आरएसएस के अखंड भारत के आह्वान पर तोगड़िया ने कहा कि अखंड भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए तीसरे चरण में पाकिस्तान पर हमला करना चाहिए. उन्होंने कहा, मोहन भागवत टैंक पर बैठकर पाकिस्तान में जाएं. जहां से टैंक गुजरेगी उस रास्ते की सफाई का काम प्रवीण तोगड़िया करेगा. उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि अखंड भारत के लिए इतना बेहतरीन समय पहले नहीं आया था, आगे आ सकता है. तोगड़िया ने कहा कि भागवत को संघ के संस्थापक डॉ हेडगेवार का अखंड भारत का सपना पूरा करवाना चाहिए.
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तोगड़िया का आश्वासन, भागवत आगे बढ़ें समर्थन करेंगे : उन्होंने संघ प्रमुख मोहन भागवत का आह्वान किया कि आरएसएस को भाजपा की केंद्र सरकार को आदेश देना चाहिए. तोगड़िया ने कहा, अगर आदेश नहीं दे सकते तो भागवत को खुद नेतृत्व कर कश्मीर घाटी के गांव में रहने के लिए चले जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पीओके में आरएसएस की शाखा लगने और कश्मीर घाटी के गांवों में भागवत के रहने वाले दोनों कार्यों में प्रवीण तोगड़िया आपके साथ रहेगा.
विहिप से अलग होने पर तोगड़िया की दो टूक- टीम बदली है, तेवर नहीं : बता दें कि प्रवीण तोगड़िया की गिनती हिन्दुत्व के फायरब्रांड नेताओं में होती है. तोगड़िया ने जून, 2018 में विश्व हिंदू परिषद् से अलग संगठन बनाया था. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद की स्थापना के साथ हिंदू ही आगे का आह्वान करते हुए कहा था, टीम बदली है, तेवर नहीं. उन्होंने कहा था कि हिन्दुओं की सुरक्षा, समृद्धि और सम्मान के लिए उनका संगठन लंबे समय से काम कर रहा है. आगे भी करता रहेगा. तोगड़िया ने अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के संबंध में कहा था कि नई टीम पूरे जोश के साथ काम करेगी. अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद की शुरुआत के मौके पर तोगड़िया के मंच पर भारत माता, गो माता, भगवान गणेश और विश्व हिंदू परिषद् (वीएचपी) के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंघल की तस्वीर भी दिखी थी.
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नरेंद्र मोदी और तोगड़िया का टकराव ! गौरतलब है कि विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके अशोक सिंघल का निधन 2015 में हुआ था. इसस पहले 2014 के लोक सभा चुनाव के बाद से ही भाजपा और तोगड़िया के बीच तल्खी उभरने की खबरें आने लगी थी. 2017-18 में तोगड़िया वीएचपी में भी अलग-थलग पड़ गए थे. नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार और तोगड़िया के बीच भी दूरियां बढ़ीं. जनवरी 2018 में अनजान फोन कॉल आने के बाद तोगड़िया अहमदाबाद से गायब हो गए थे. उन्होंने मुठभेड़ में अपनी हत्या की आशंका जताई थी. अहमदाबाद के कोटरपुर क्षेत्र में बेहोशी की हालत में मिले तोगड़िया को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.