नई दिल्ली: दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सियासी बयानबाजी जारी है. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने गुरुवार को कहा कि आम आदमी पार्टी आगामी दिल्ली चुनाव में अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की हार तय मान चुकी है. यही कारण है कि आप, कांग्रेस के चयनित उम्मीदवारों से घबराकर गलत बयानबाजी कर रही है. उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में राजनीतिक दलों को स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का अधिकार है.
देवेंद्र यादव ने कहा; ''जेल से बेल पर बाहर आए केजरीवाल से मैं पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस पर आरोप लगाने से पहले वे बताएं कि विदेशों से प्रतिवर्ष उन्हें कितनी फडिंग होती है, उसे सार्वजनिक करें. खालिस्तान की बात करके उन्होंने अपना असली चेहरा पहले ही जनता के सामने दिखा दिया. पिछले 11 वर्षों में शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को ध्वस्त करने, बिजली के बिलों में दोगुनी वृद्धि, गंदे पानी के भारी भरकम बिल और बेरोजगारी को रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचाने वाले भ्रष्टाचारी केजरीवाल ने दिल्ली को विकास के क्षेत्र में 50 वर्ष पीछे लाकर खड़ा कर दिया है.''
''गठबंधन संबंधी बयानबाजी आम आदमी पार्टी के नेता ना ही करें तो बेहतर होगा, अगर करनी है तो पूछिए अपने मुखिया केजरीवाल से, जिन्होंने सबसे पहले बयान दिया कि दिल्ली में कांग्रेस से कोई गठबंधन नहीं होगा. गठबंधन का परिणाम है कि कश्मीर में AAP का एक विधायक है, वरना उनका वहां कोई वजूद नहीं था.''-देवेंद्र यादव, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस, अध्यक्ष
केजरीवाल के काले कारनामों का श्वेत पत्र: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि केजरीवाल के काले कारनामों पर जारी किया गया श्वेत पत्र उनके 11 वर्षों के कुशासन का मात्र कुछ ही अंश है. फिर भी आम आदमी पार्टी दोराहे पर आकर खड़ी हो गई है. क्या सीएए में आम आदमी पार्टी भाजपा के साथ खड़ी नहीं रही?, शराब घोटाला में दोनों ने मिलकर दिल्ली को नशे की राजधानी बनाया?. दिल्ली की सत्ता केजरीवाल ने भाजपा के कंधों पर सवार होकर हासिल की, यह दिल्ली नहीं, दुनिया जानती है.
कांग्रेस लड़ रही जनता की लड़ाई: देवेंद्र यादव ने यह भी कहा कि केजरीवाल दिल्ली की जनता के दोषी हैं और कांग्रेस जनता की लड़ाई लड़ रही है. केजरीवाल ने 11 वर्षों में दिल्ली का चौतरफा उपहास कर ढाई करोड़ लोगों से किया एक भी वादा पूरा नहीं किया. वह चुनाव प्रचार में नई-नई घोषणाएं करके वोट हासिल करने की अवसरवादी राजनीति कर रहे हैं. प्रदूषण से 3,000 लोगों का मरना, 2020 के दंगों में 53 लोगों की मौत, दलित अत्याचारों में 4 गुना वृद्धि, दलित आरक्षण खत्म करने के पक्षधर केजरीवाल का दिल्ली वालों से प्रेम साफ उजागर होता है. केजरीवाल ने दिल्ली को नशे की राजधानी बनाने के साथ, प्रदूषण में नंबर 1, अपराध, अपहरण, महिला अत्याचार और बलात्कार में नंबर 1 बनाने वाले भ्रष्टाचारी मुख्यमंत्री का दायित्व निभाया है.
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